

समीर वानखेड़े चंद्रपुर महाराष्ट्र :
एक ओर जहां पूरे राज्य में विधानसभा चुनाव की घमासान जारी है, वहीं वरोरा विधानसभा क्षेत्र की सबसे छोटी 61 वर्षीय निर्दलीय उम्मीदवार ताराबाई महादेव काले चर्चा में आ गई हैं। दिलचस्प बात यह है कि ताराबाई का यह सातवां चुनाव है और उनकी लंबाई महज 3 फीट 4 इंच है। वे प्रचार के आखिरी चरण में शामिल हुए हैं।
किसान परिवार के तारा महादेव लोगों की समस्याओं के समाधान, किसानों, महिलाओं और समाज के जरूरतमंदों को न्याय दिलाने के लिए काली घंटी गिन रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि वरोरा निर्वाचन क्षेत्र में कुल 18 उम्मीदवारों में से वह एकमात्र महिला उम्मीदवार हैं, उनकी ऊंचाई मुश्किल से 3 फीट 4 इंच है। इसलिए चुनावी अखाड़े में यह चर्चा शुरू हो गई है कि ताराबाई को राज्य में सबसे कम कद की उम्मीदवार होगी।
ताराबाई ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपनी उम्मीदवारी दाखिल की। चुने गए तो गरीबों के लिए विभिन्न योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचाया जाएगा, आयुष्मान भारत, स्वास्थ्य बीमा, फसल बीमा, किसानों के लिए विभिन्न योजनाएं अभी तक जनता तक नहीं पहुंची हैं। उनका कहना है कि आज भी ये सिर्फ कागजों पर ही हैं। दिलचस्प बात यह है कि ताराबाई ने वचननामा को अपने अंदाज में तैयार किया है।
इसमें विभिन्न बिंदुओं को शामिल किया गया है। मुख्य रूप से किसानों के कई सवाल आज खड़े हैं। वरोरा और भद्रावती दोनों तालुकाओं में बेरोजगारों की एक बड़ी सेना है। उनका यह भी कहना है कि उनके हाथों को काम दिलाना हमारी प्राथमिकता होगी। उन्होंने अपने वादे में साफ कर दिया है कि वह महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, शोषण और जबरन संपत्ति हड़पने को रोकने की कोशिश करेंगे और उनके हितों के लिए आखिरी दम तक लड़ेंगे।
दिलचस्प बात यह है कि ताराबाई अब तक सात बार विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। 1994 के विधानसभा चुनाव में उन्हें 6000 वोट मिले। कद छोटा होने के कारण अक्सर चुनाव प्रचार में बाधा उत्पन्न होती है। हालांकि उन्होंने इसकी चिंता न करते हुए अपना आत्मविश्वास बरकरार रखा और चुनाव लड़ने का इरादा जताया। ताराबाई ने अपील की है कि मतदाता कद से नहीं बल्कि काम से वोट करें। वह शहर और ग्रामीण इलाकों में प्रचार कर रहे हैं और उन्होंने इस निर्वाचन क्षेत्र में विभिन्न मुद्दों और समस्याओं को हल करने का वादा किया है।













