
सिद्धार्थनगर। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र व राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन ने पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम व दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में ध्यान आकर्षण आंदोलन की प्रबंधन में नोटिस दी है। सोमवार को अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर बिजली कर्मियों के साथ ही इंजीनियर भी धरने पर बैठे थे।
वक्ताओं ने कहा कि संघर्ष समिति व जूनियर इंजीनियर्स संगठन दोनों का एक ही उद्देश्य है कि विगत्त लगभग तीन वर्षों से ऊर्जा निगमों द्वारा की गई उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों को ऊर्जा मंत्री द्वारा दिए गए निर्देश के बावजूद अभी तक निरस्त नहीं किया गया है। कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों और अभियंताओं की लंबित समस्याओं का कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। ऊर्जा निगमों में राजस्व वसूली में हुई उल्लेखनीय वृद्धि और ए टी एंड सी हानियां में हुई बहुत ही उल्लेखनीय कमी के बावजूद पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम का निजीकरण किए जाने के निर्णय के विरोध में बिजली कर्मचारियों में व्यापक असंतोष व्याप्त है और वह आंदोलन करने के लिए बाध्य है।