

सिरसा में आबकारी विभाग के रिटायर्ड अधिकारियों समेत 9 पर मामला दर्ज
फर्जी फर्मों से ₹54 करोड़ रिफंड दिलाने का मामला, 39 केस दर्ज हो चुके
रिपोर्टर इंद्रजीत
लोकेशन सिरसा
सिरसा में आबकारी एवं कराधान विभाग के अफसरों और कर्मचारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपए के टैक्स रिफंड घोटाले में एक और एफआईआर दर्ज हुई है। इसमें रिटायर्ड अधिकारियों सहित कुल 9 लोग आरोपी बनाए गए हैं। इससे पहले भी सिरसा में 39 केस दर्ज हो चुके हैं, जिसमें आबकारी एवं कराधान विभाग के अफसर और कर्मचारी आरोपी बने हैं। इसमें एक-दो को छोड़कर सभी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इस बार एसीबी हिसार थाने में केस दर्ज हुआ है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की जांच में सामने आया कि वर्ष 2010 से 2015 के बीच 27 फर्मों को 21 से 54 करोड़ रुपए तक का रिफंड दिया गया। विभाग ने इनसे रिकवरी नहीं की। एसीबी ने
यह केस ललिता शिव साहनी निवासी 279/34 पाल बीचला बाजार, अजमेर की शिकायत पर दर्ज किया है। जांच में सामने आया कि मैसर्स अग्रवाल एंड कंपनी सिरसा के मालिक अशोक कुमार ने फर्जी व्यापार दिखाकर टैक्स रिफंड लिया। एसीबी ने अशोक कुमार, तत्कालीन कर निरीक्षक कंवर सिंह, सिरसा के कारोबारी पदम बंसल, अमित बंसल और अशोक कुमार, टैक्सेशन इंस्पेक्टर संत स्वरूप, रिटायर्ड उप आबकारी एवं कराधान आयुक्त गोपीचंद चौधरी, आरके केसवानिया, रिटायर्ड नरेश कुमार रंगा ने मिलकर फर्जी फर्म को रिफंड दिलवाया। इसके अलावा 5.05 करोड़ की रिकवरी भी नहीं की गई। तत्कालीन इंटीओ डीपी बैनीवाल, जिनकी 23 अगस्त 2020 को मृत्यु हो चुकी है भी आरोपियों में शामिल हैं।










