उत्तर प्रदेशबस्तीसिद्धार्थनगर 

।। दुकानों पर डीएपी खाद 1650 रुपये प्रति बोरी और यूरिया 380 रुपये प्रति बोरी में बेची जा रही।।

।। किसानों ने कृषि विभाग के अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया।‌।

अजीत मिश्रा (खोजी)

।। सिद्धार्थनगर में 266.50 की यूरिया 380 रुपये में बिक्री हो रही है।।

चादर तानकर सो रहें जिम्मेदार किसान महंगे दामों पर खाद लेने को मजबूर। जनपद में प्राईवेट खाद दुकानदारों की मनमानी, 1650 रु.में डी ए पी तो 380 रु.में बिक रहा यूरिया जिम्मेदारों की उदासीनता व लापरवाही किसानों पर पड़ा रही है भारी।

01 दिसंबर 25, उत्तर प्रदेश।

सिद्धार्थनगर/डुमरियागंज जिले में उर्वरक विक्रेताओं द्वारा यूरिया खाद की कालाबाजारी की जा रही है। किसान 266.50 रुपये की खाद को 380 रुपये में खरीदने को मजबूर हैं। किसानों ने कृषि विभाग के अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है और जिला प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। किसानों का कहना है कि इस मनमानी से उनकी आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ रहा है।
👉1650 रुपये में डीएपी तो 380 मे बेची जा रही है यूरिया।
👉किसानों ने वरिष्ठ अधिकारियों से कार्यवाही की मांग की।
जनपद सहित पूरे क्षेत्र में खाद की कालाबाजारी अब खुलेआम होती दिख रही है। किसानों को सरकारी दर से अधिक कीमत पर खाद खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
💫 शनिवार को नगर पंचायत डुमरियागंज में बढ़नी – बस्ती मुख्य मार्ग पर मलिक खाद भण्डार पर किसानों से अधिक दाम पर यूरिया बेचने का आरोप लगा।
इस दौरान जो सच निकल कर सामने आया, वह किसानों की मजबूरी और व्यवस्था की लापरवाही दोनों को उजागर करता है।
क्षेत्र में खाद की दुकानों पर डीएपी खाद 1650 रुपये प्रति बोरी और यूरिया 380 रुपये प्रति बोरी में बेची जा रही है। किसानों का कहना है कि अगर महंगे दामों में बेचने पर आपत्ति किया जाये तो खाद ही नही मिलेगा,इसलिए किसान ज्यादा सवाल- जवाब भी नहीं करते।”
💫 अधिकांश दुकानों पर रेट लिस्ट और स्टाक का नही रहता बोर्ड। जो कालाबाजारी की पुष्टि करता है।
भ्रमण के दौरान नगर पंचायत डु0 गंज में किसान दिलीप यादव व मनोज कुमार मिले जो यूरिया की बोरी लेकर जा रहे थे पूछने पर उन्होंने बताया कि नगर पंचायत के मलिक खाद भण्डार से महंगे दामों पर खाद लेकर आ रहा हूँ—“सभी दुकानों में यही रेट है। रबी फसल का सीजन चल रहा है इसके लिए डीएपी व यूरिया दोनों जरूरी है, इसी मजबूरी का दुकानदारों द्वारा नजायज फायदा उठा कर मनमाना दाम वसूला जा रहा है, सलिए डीएपी 1650 और यूरिया 380 रुपये देकर खरीदना पड़ रहा है।सबसे हैरानी की बात है कि अगर महंगे दामों पर किसानों को खाद बेंचा जा रहा हो और तहसील प्रशासन व कृषि विभाग को खबर ही न हो जबकि 150- 200 मीटर की दूरी पर एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार,बीडीओ,एडीओ कृषि आदि सभी का कार्यालय और आवास दोनों है फिर भी किसी को कानों कान खबर न हो।
क्षेत्र के किसानों ने वरिष्ठ अधिकारियों से जांच कर कार्रवाही की मांग किया है। इस सम्बन्ध में ज्यादा जानकारी के लिए जिला कृषि अधिकारी मुहम्मद मुजम्मिल से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि इसकी जाँच कराया जायेगा अनियमितता मिली तो कार्यवाही किया जायेगा और जनपद में ओवर रेटिंग नही होने दिया जायेगा चाहे डीएपी हो या यूरिया।

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