
बिलासपुर/पचपेड़ी–मिली जानकारी के अनुसार किसान की मृत्यु के बाद उनके परिवार के किसी सदस्य के नाम वारिसान रहता है वारिसान कराने के बाद एग्री स्टेक में से नाम हटाना रहता है,मगर तहसीलदार नीलम सिंह पिस्दा को अप्रूवल देना रहता है,मगर तहसीलदार को फ़ुर्सद नहीं है कि ओ किसानों के एग्री स्टेक से नाम हटाने में कोई रुचि नहीं रखते इसमें किसानों को कितना भी नुकसान हो जाए उनको कोई फर्क नहीं पड़ता।कई किसान वारिसान कराने के बाद पचपेड़ी तहसील के चक्कर काट रहे है,इसके कारण किसानों का अभी तक टोकन नहीं कट पाया है,तहसीलदार के शुष्क रवैए से किसान परे शान है,मगर इनसे तहसीलदार साहब को कोई फर्क नहीं पड़ता उनको किसानों से कोई मतलब नहीं है किसानों को कितना भी बड़ा नुकसान हो जाए उनको कोई फर्क नहीं पड़ता,अनगिनत किसान तहसील पचपेड़ी के चक्कर काटते थक गए,है।



