
सीधी। फर्जी जॉब कार्ड बनाकर मनरेगा के नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले रोजगार सहायक सह प्रभारी सचिव शिव प्रसाद यादव ने जिस इंद्रजीत के नाम पर पांच फर्जी जॉब कार्ड बनाए थे उसी के पिता सोभनाथ के नाम पर भी पांच फर्जी जॉब कार्ड बना रखे हैं।
आदिवासी बावले विकासखंड क्षेत्र कुसमी की ग्राम पंचायत करैल मैं पदस्थ रोजगार सहायक सह प्रभारी सचिव शिवप्रसाद यादव ने सोभनाथ पिता रामदीन के नाम पर
28 फरवरी 2006 को जॉब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-003/2 बनाया जिसमें सोमनाथ के अलावा उनकी पत्नी चरकुलिया पुत्र इंद्रजीत और पुत्री शीश कली व बब्बी को शामिल किया गया जबकि उससे पूर्व इंद्रजीत पिता सोमनाथ के नाम पर 2 फरवरी 2006 को जॉब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-003/2 -A बनाया जिसमें उसकी बहन शीशकली के अलावा बब्बी का नाम बदलकर पप्पी कर दिया गया।
सोभनाथ पिता रामदीन के नाम पर दूसरा जॉब कार्ड 14 अप्रैल 2020 को एमपी- 15-007-037-003/99-B बनाया जिसमें सोभनाथ के अतिरिक्त राजकली ,सुखमन और पुत्रवधू सियावती का नाम शामिल किया ।
सोभनाथ पिता रामदीन के नाम पर तीसरा जॉब कार्ड 14 अप्रैल 2021 को जॉब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-003 /157- A बनाया जिसमें सोभनाथ और उसकी पुत्रवधू सियावती का नाम शामिल किया।
उसी दिन यानी 14 अप्रैल 2021 को ही सोमनाथ सीताराम दिन के नाम पर एक और जॉब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-003 /161- B. बनाया गया जिसमें सोभनाथ और राजकली का नाम शामिल है।
सोभनाथ पिता रामदीन के नाम पर पांचवा जाब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-003/87 -A 6 दिसंबर 2022 को मनाया गया जिसमें सोभनाथ और राजकली का नाम शामिल है। लेकिन इससे पूर्व 14 अप्रैल 2022 को इंद्रजीत पिता सोभनाथ के नाम पर जॉब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-004/25-B बनाया जिसमें इंद्रजीत, सोभनाथ और सियावती को शामिल किया गया और उससे भी बड़ी बात तो यह है कि उसी दिन इंद्रजीत पिता सोभनाथ के ही नाम पर जॉब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-003/67- A भी बनाया जिसमें इंद्रजीत और उसकी पत्नी सियावती का नाम शामिल किया गया है। इस तरह गबन और खयानत के मंसूबे से रोजगार सहायक सह प्रभारी सचिव शिव प्रसाद यादव ने एक ही दिन में कई फर्जी दस्तावेज तैयार किया और फिर उनमें फर्जी मजदूरी भरकर शासाकीय राशि का आहरण कर गबन किया गया। सोभनाथ यादव पिता रमदीन जो कि पिछड़ा वर्ग श्रेणी आते हैं फिर भी उन्हें दो जॉब कार्ड म मे अन्य श्रेणी का तथा तीन जॉब कार्ड में अनुसूचित जन जाति वर्ग का लेख किया गया है।
28 फरवरी 2006 को जॉब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-003/2 बनाया जिसमें सोमनाथ के अलावा उनकी पत्नी चरकुलिया पुत्र इंद्रजीत और पुत्री शीश कली व बब्बी को शामिल किया गया जबकि उससे पूर्व इंद्रजीत पिता सोमनाथ के नाम पर 2 फरवरी 2006 को जॉब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-003/2 -A बनाया जिसमें उसकी बहन शीशकली के अलावा बब्बी का नाम बदलकर पप्पी कर दिया गया।
सोभनाथ पिता रामदीन के नाम पर दूसरा जॉब कार्ड 14 अप्रैल 2020 को एमपी- 15-007-037-003/99-B बनाया जिसमें सोभनाथ के अतिरिक्त राजकली ,सुखमन और पुत्रवधू सियावती का नाम शामिल किया ।
सोभनाथ पिता रामदीन के नाम पर तीसरा जॉब कार्ड 14 अप्रैल 2021 को जॉब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-003 /157- A बनाया जिसमें सोभनाथ और उसकी पुत्रवधू सियावती का नाम शामिल किया।
उसी दिन यानी 14 अप्रैल 2021 को ही सोमनाथ सीताराम दिन के नाम पर एक और जॉब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-003 /161- B. बनाया गया जिसमें सोभनाथ और राजकली का नाम शामिल है।
सोभनाथ पिता रामदीन के नाम पर पांचवा जाब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-003/87 -A 6 दिसंबर 2022 को मनाया गया जिसमें सोभनाथ और राजकली का नाम शामिल है। लेकिन इससे पूर्व 14 अप्रैल 2022 को इंद्रजीत पिता सोभनाथ के नाम पर जॉब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-004/25-B बनाया जिसमें इंद्रजीत, सोभनाथ और सियावती को शामिल किया गया और उससे भी बड़ी बात तो यह है कि उसी दिन इंद्रजीत पिता सोभनाथ के ही नाम पर जॉब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-003/67- A भी बनाया जिसमें इंद्रजीत और उसकी पत्नी सियावती का नाम शामिल किया गया है। इस तरह गबन और खयानत के मंसूबे से रोजगार सहायक सह प्रभारी सचिव शिव प्रसाद यादव ने एक ही दिन में कई फर्जी दस्तावेज तैयार किया और फिर उनमें फर्जी मजदूरी भरकर शासाकीय राशि का आहरण कर गबन किया गया। सोभनाथ यादव पिता रमदीन जो कि पिछड़ा वर्ग श्रेणी आते हैं फिर भी उन्हें दो जॉब कार्ड म मे अन्य श्रेणी का तथा तीन जॉब कार्ड में अनुसूचित जन जाति वर्ग का लेख किया गया है।




