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सूरौठ –
कस्बे के मुरली मनोहर जी मंदिर परिसर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दौरान मंगलवार को आचार्य बृजवासी शास्त्री वृंदावन वालों ने कृष्ण सुदामा प्रसंग का विस्तार से वर्णन किया। कृष्ण सुदामा की मित्रता का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। इस अवसर पर कथा स्थल पर कृष्ण सुदामा की सजीव झांकी सजाई गई। मंदिर के महंत गोपाल तिवाड़ी, नरेंद्र बाबा, मनोज सेन ने बताया कि कृष्ण सुदामा की झांकी को देखने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। इस अवसर पर आचार्य बृजवासी शास्त्री ने कहा कि विपत्ति में साथ देने वाला ही सच्चा मित्र होता है। आचार्य ने कहा कि नित्य नियम से भागवत सुनने से मन के अंतःकरण को शांति तो मिलती है ही साथ ही मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है। सदाचार का पालन करना ही मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने कहा कि धर्म की जड़ सदा हरी रहती है। भागवत कथा सुनने के लिए पांडाल में काफी संख्या में धर्म प्रेमी लोग एवं महिलाएं मौजूद रही। इस अवसर पर भजन संगीत कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया।