नशा करता है युवा वर्ग का नाश-शिवानी जैन एडवोकेट
आंल ह्यूमंस सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि
नशीली दवाओं के दुरुपयोग से मुक्त अंतर्राष्ट्रीय समाज के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कार्रवाई और सहयोग को मजबूत करने के अपने दृढ़ संकल्प की अभिव्यक्ति के रूप में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया।प्रत्येक वर्ष विश्व भर में व्यक्तियों, समुदायों और विभिन्न संगठनों द्वारा समर्थित इस वैश्विक उत्सव का उद्देश्य समाज के लिए अवैध दवाओं की प्रमुख समस्या के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
थिंक मानवाधिकार संगठन एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन ने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए)
इस मंत्रालय ने महत्वाकांक्षी नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) शुरू किया है और वर्तमान में यह देश के सभी जिलों में क्रियाशील है, जिसका उद्देश्य युवाओं में मादक द्रव्यों के सेवन के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा करना है, जिसमें उच्च शिक्षा संस्थानों, विश्वविद्यालय परिसरों, स्कूलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और समुदाय तक पहुंच बनाई जा रही है तथा अभियान में समुदाय की भागीदारी और स्वामित्व बढ़ाया जा रहा है।
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक आलोक मित्तल एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, डॉ आरके शर्मा, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन, बीना एडवोकेट आदि ने कहा कि आइए हम सब मिलकर वैश्विक नशीली दवाओं की समस्या से निपटने के लिए अपने प्रयासों को आगे बढ़ाएं, विज्ञान, करुणा और एकजुटता के सिद्धांतों द्वारा निर्देशित। सामूहिक कार्रवाई और साक्ष्य-आधारित समाधानों के प्रति प्रतिबद्धता के माध्यम से, हम एक ऐसी दुनिया बना सकते हैं जहाँ व्यक्ति स्वस्थ, संतुष्ट जीवन जीने के लिए सशक्त हों।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ