सुप्रीम कोर्ट में न्याय की देवी की मूर्ति में बड़ा बदलाव किया गया है! अब तक इस मूर्ति में आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी, लेकिन अब यह पट्टी हटा दी गई है। इसके अलावा, देवी के हाथ में पहले तराजू था, जिसे अब संविधान की किताब से बदल दिया गया है! 🤝
यह बदलाव मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के निर्देश पर किया गया है। इस फैसले से यह संदेश दिया गया है कि न्याय पूरी तरह से निष्पक्ष और संविधान के अनुसार होगा।
*न्याय की देवी की नई मूर्ति का महत्व*
इस बदलाव का उद्देश्य यह है कि न्यायपालिका संविधान के अनुसार काम करे और नागरिकों को न्याय दिलाने में कोई भेदभाव न हो। यह बदलाव न्यायपालिका में सुधार और पारदर्शिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
*संविधान की महत्ता* भारत का संविधान देश का सर्वोच्च कानून है, जो नागरिकों को मौलिक अधिकार प्रदान करता है और सरकार को उसकी शक्तियों के दायरे में रखता है ¹। संविधान के अनुसार, न्यायपालिका को संविधान की रक्षा और उसके पालन की जिम्मेदारी है।
यह बदलाव न्यायपालिका में एक नए युग की शुरुआत कर सकता है, जहां न्याय निष्पक्ष और संविधान के अनुसार होगा।