झांसी
एमएलबी अग्निकांड : तीन नवजात शिशुओं की मौत, संख्या 15, मेडिकल प्रशासन कहा बीमारी से हुई मौत
झांसी। महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज में चार दिन पूर्व देर रात nicu वार्ड में हुई आगजनी की घटना में दस नवजात शिशुओं की मौत हो गई थी। इसके बाद नवजात शिशुओं की मौत की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
आज घटना के पांचवे दिन तीन नवजात शिशुओं की उपचार के दौरान मौत हो गई। जिसे मेडिकल प्रशासन आगजनी की घटना से मौत होना इनकार कर रहा है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि अग्निकांड की घटना में दस नव शिशुओं की मौत हुई थी। इसके बाद आज तीन ओर कल एक ओर उसके पूर्व एक की मौत बीमारी के चलते हुई है। फिलहाल इस घटना से केंद्र ओर प्रदेश सरकार लगातार जांच टीम भेज कर जांच पड़ताल करा कर लापरवाही पर दोषियों पर कार्यवाही का आश्वाशन दे रही है।
लेकिन पांच दिन गुजरने के बाद भी अभी तक किसी की भी जिम्मेदारी तय नहीं की गई।जानकारी के मुताबिक चार दिन पूर्व देर रात महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के nicu वार्ड में आगजनी की घटना हो गई थी। इस घटना में दस नवजात शिशु मौके पर मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर जानकार आक्रोश व्यक्त करते हुए कांग्रेस, समाजवादी पार्टी ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को कठघरे में खड़ा कर कार्यवाही की मांग की थी। वही केंद्र ओर प्रदेश सरकार ने कई टीमें गठित कर झांसी जांच के लिए भेजी है।
इधर कभी तक जांच टीमों की जारी है। दिन प्रतिदिन नवजात शिशुओं की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। गत रोज एक एक कर दो नवजात ओर आज तीन नवजात शिशुओं की मौत हो गई। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य एन एस सेंगर ने देर रात शोशल मीडिया के जरिए जानकारी देते हुए बताया कि उसी वार्ड में भर्ती कई नवजात शिशुओं को रेस्क्यू कर बचाया गया था।
आज तीन नवजात शिशुओं की उपचार के दौरान मौत हो गई। उन्होंने कहा कि यह नवजात शिशुओं की मौत अग्निकांड की घटना से नहीं बल्कि बीमारी के चलते हुई है। फिलहाल नवजात शिशुओं की मौत का लगातार आंकड़ा बढ़ने से आमजन मानस ही नहीं राजनेताओं गलियारों में काफी आक्रोश बढ़ रहा है। वही सांसद अनुराग शर्मा ने इसे अग्निकांड की घटना को लापरवाही बताते हुए यह मुद्दा संसद में उठाने का ऐलान किया है।
प्रदीप यादव दादा पत्रकार बबीना झांसी