सीधी। प्रधानमंत्री आवास योजना में नियम कायदों की धज्जियां उड़ाते हुए रोजगार सहायक ने खुद को आवास योजना के लिए पात्र बताकर इसका लाभ ले लिया जबकि नियमों के मुताबिक वह प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र ही नहीं था। सवाल यह उठता है कि क्या चुनिंदा लोगों को नियम कायदों से छूट मिली हुई है?
आदिवासी बाहुल्य विकासखंड क्षेत्र कुसमी जहां आदिवासियों के विकास के नाम पर सरेआम लूट मची हुई है वही ग्राम पंचायत करैल में जहां के रोजगार सहायक सह प्रभारी सचिव अपने कारनामों को लेकर सुर्खियां बटोर रहे हैं, उनका एक और कारनामा सामने आया है जहां उन्होंने अपात्र होते हुए भी प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ प्राप्त किया। वित्तीय वर्ष 2019-20 में स्वीकृति क्रमांक एमपी 4660307 के अंतर्गत शिव प्रसाद यादव पिता छोटे लाल यादव को प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ। आवास स्वीकृत होने के बाद पत्र और पत्र का चयन करना ग्राम पंचायत के सचिव और रोजगार सहायक का काम था ऐसे में शिव प्रसाद खुद को कैसे पत्र साबित कर देते हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए पात्रता की श्रेणी में वही व्यक्ति आता था जिसके पास स्वयं का दुपहिया वाहन भी ना हो। शिव प्रसाद यादव ने होंडा कंपनी की सीबी शाइन मोटरसाइकिल क्रमांक एमपी 66 एम ई 6769 दिनांक 24 सितंबर 2018 को खरीदी थी ऐसे में वह प्रधानमंत्री आवास योजना कल प्राप्त करने के लिए पूरी तरह अपात्र थे, फिर भी उन्होंने खुद को आपात्र नहीं माना और योजना का लाभ प्राप्त किया। प्रधानमंत्री आवास योजना की दूसरी शर्त में कहा गया है कि हितग्राही का मकान कच्चा खपरैल वाला होना चाहिए, जिस मापदंड में वर्ष 2019-20 में शिव प्रसाद पूरी तरह फिट बैठ रहे थे उनका मकान कच्चे और खपरैल वाला ही था और रोजगार सहायक के रूप में कार्य करने के लिए उन्हें वेतन के तौर पर मात्र नौ हजार रुपए प्राप्त होते थे, इसके बावजूद उन्होंने ग्राम पंचायत करैल के ग्राम केरहा में अगले 2 वर्षों के भीतर ही हवेली खड़ी कर दी जिसकी अनुमानित कीमत लगभग एक करोड रुपए है।
क्या यह सोचनीय प्रश्न नहीं है कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने वाला व्यक्ति आखिर 2 वर्षों के भीतर ही करोड़ों के बंगले का मालिक कैसे बन गया? कहना ना होगा कि शिव प्रसाद यादव की यह विकास यात्रा कैसे संभव हुई यह हर कोई जानना चाहेगा क्योंकि यह लाखों युवाओं के लिए मोटिवेशन का काम कर सकती है जिसके जरिए लाखों युवा अपनी तकदीर बदल सकते हैं।