कुशीनगर। जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज द्वारा राजकीय मेडिकल कॉलेज/स्वाशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के एकेडमिक ब्लॉक में आयोजित व्हाइट कोट सेरेमनी (सफेद कोट समारोह) कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलन कर शुभारम्भ किया गया। साथ में अपर जिलाधिकारी न्यायिक प्रेम कुमार राय, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज आर० के० शाही, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एच०एस० राय भी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एम०बी०बी०एस० की डिग्री हासिल करने हेतु एडमिशन लिए नव प्रवेशित 100 छात्र-छात्राओं को उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की तथा शुभकामनाएं दी। उन्होंने अग्रिम शिक्षा पूरी तत्परता एवं मनोयोग से हासिल करने हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही ऐतिहासिक क्षण है आप सबों के लिए। आप सभी लोग अथक परिश्रम करने के उपरान्त यहाँ अग्रेत्तर शिक्षा हासिल करने के लिए आए है। आपका आने वाला भविष्य उज्जवल हों। इस महाविद्यालय में चिकित्सीय शिक्षा हासिल करने के उपरान्त आप जहाँ भी रहेगें वहाँ उस क्षेत्र की जनता से सम्मानपूर्वक व्यवहार करें, उन्हे समान रूप से चिकित्सीय सुविधाएं प्रदान करे, उनकी बातों को सहजता से सुनें। शासन युवाओं को रोजगार, शिक्षा के अनेक अवसर प्रदान करने के लिए अनवरत प्रयासरत है।बीते कुछ सालों में अनेको जिलों में राजकीय मेडिकल कॉलेज खोले गए है, जहाँ चिकित्सा के क्षेत्र की शिक्षाए/ कोर्सेस की व्यवस्था की गई है, ताकि जनता को, छात्र छात्राओं को पढ़ने हेतु बाहर न जाना पड़े, तथा जनता को चिकित्सीय सुविधाएं मिल सके। आगे आने वाला समय आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस/ टेक्नोलॉजी का है। चिकित्सा के क्षेत्र में नवीन तकनीक का प्रयोग कर सर्जरी और अन्य चिकित्सीय व्यवस्था सहज और अत्याधुनिक हो गई है। वर्तमान समय ने ए०आई० का अहम रोल है। आप सभी लोग मेडिकल फील्ड में मेडिकल की पढ़ाई के साथ- साथ टेक्नोलॉजी का भी अध्ययन कर अपडेट रहे।
इस अवसर पर प्राचार्य मेडिकल कॉलेज आर0 के0 शाही ने कहा कि आज व्हाइट कोट सेरेमनी के उपरान्त आपकी नई यात्रा शुरू हो गई है। इस प्रथा का शुभारम्भ सर्वप्रथम 1993 से कोलंबिया यूनिर्वसीटी से हुआ था। आज इस सामारोह के माध्यम से आप सभी नव प्रवेशित विधार्थीगण यह शपथ लेते है कि आप चिकित्सक की डीग्नीटी को हमेशा मेटेंन रखेगे। जो भी रोगी/जनता आपसे मिलने आए, आप सबके साथ बिना धर्म, जाति, वर्ग समुदाय के भेदभाव के बिना उनसे समान व्यवहार करेगें। किसी भी छात्र-छात्रा को कोई परेशान आती है तो वह अपने प्रोफेसर एवे वार्डन से अवश्य बताए। आपका छोटा सा प्रयास किसी भी व्यक्ति की जान बचा सकता है। इसलिए सदैव पढ़ाई के साथ साथ चिकित्सा के क्षेत्र में कठिन परिश्रम करे एवं अपने कार्यों व दायित्वों के प्रति सदैव ईमानदार रहे एव कर्तव्यनिष्ठ होकर हमेशा काम करे। मैं यह उम्मीद करता हूँ कि प्रथम प्रयास से ही आप सभी यहां से पास हो जाएगे।