इटवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पांच दिनों तक चली आशा बहुओं की ट्रेनिंग समाप्त हो गई। इस ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा और देखभाल पर आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करना था। समापन कार्यक्रम में प्रशिक्षकों ने बच्चों की देखभाल के विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया और सभी को जागरूक किया।
बच्चों की देखभाल पर विशेष ध्यान
समापन समारोह के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. संदीप द्विवेदी ने सभी आशाओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए। उन्होंने कहा कि बच्चों और माताओं की देखभाल में आशा कार्यकर्ताओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने आशाओं से अपील की कि वे अपने क्षेत्र की माताओं को जागरूक करें, ताकि नवजात मृत्यु दर में कमी लाई जा सके। डॉ. द्विवेदी ने कहा, “जो कुछ तकनीकी जानकारी आपने सीखी है, उसे अपने कार्य क्षेत्र में लागू करें औरसमापन समारोह के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. संदीप द्विवेदी ने सभी आशाओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए। उन्होंने कहा कि बच्चों और माताओं की देखभाल में आशा कार्यकर्ताओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने आशाओं से अपील की कि वे अपने क्षेत्र की माताओं को जागरूक करें, ताकि नवजात मृत्यु दर में कमी लाई जा सके। डॉ. द्विवेदी ने कहा, “जो कुछ तकनीकी जानकारी आपने सीखी है, उसे अपने कार्य क्षेत्र में लागू करें और सतर्कता बरतें।” माताओं को जागरूक करने की दिशा में कदम
प्रशिक्षकों ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को सभी सीखी गई गतिविधियों के बारे में माताओं को जागरूक करना चाहिए, ताकि बच्चों की देखभाल सही तरीके से की जा सके। प्रशिक्षक आध्या शंकर और अभय शंकर ने भी अपनी जानकारी साझा की और कहा कि आशाओं को इस प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान को माताओं तक पहुंचाना चाहिए।
प्रशिक्षण में शामिल हुए कई आशा कार्यकर्ता
समापन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इन कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने के बाद प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर अनीता देवी, रीता मौर्या, रेनू देवी, अंजनी पाण्डेय, छाया चौधरी, तारा देवी, सुमन, सावित्री, कुसुम, ऊषा मिश्रा, अमरावती, मंजू देवी, आंचल कसौधन, फूलमती, नंदनी गुप्ता, विमलावती, विजय लक्ष्मी, मंजू, दीपा गुप्ता सहित अन्य कई आशा बहुएं उपस्थित रहीं।