उज्जैन, 26 अक्टूबर। महिला एवं बाल विकास विभाग और जिला पंचायत ने “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” योजना के तहत बाल हितेषी ग्राम पंचायत बनाने की पहल की है। इसके अंतर्गत उज्जैन और घट्टिया ब्लॉक की 10-10 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है, जहाँ विभिन्न गतिविधियाँ चल रही हैं। 23 से 25 अक्टूबर तक जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान और जनपद पंचायत में 75 प्रतिभागियों को बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा, संरक्षण, साइबर अपराध और जेंडर भेदभाव जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया।
महिला एवं बाल विकास विभाग की अधिकारी श्रीमती प्रियंका त्रिपाठी ने बच्चों से जुड़े कानूनों, जैसे किशोर न्याय अधिनियम, पाक्सो एक्ट और बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के बारे में बताया। वहीं, ममता एच.आई.एम.सी. संस्था की राज्य प्रतिनिधि श्रीमती इंदु सारस्वत ने जेंडर भेदभाव और समानता पर विचार साझा किए।
राज्य साइबर विभाग के सहायक उप निरीक्षक श्री हरेन्द्रपाल सिंह ने ऑनलाइन खतरों और उनसे बचने के उपायों के बारे में जानकारी दी, और राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रतिनिधि श्री योगेश नरुका ने माहवारी स्वच्छता, मानसिक स्वास्थ्य, और एड्स से संबंधित जानकारियाँ प्रदान कीं।
प्रशिक्षण में स्कूली बच्चों और शिक्षा से वंचित किशोरों को शिक्षित करने के लिए मासिक कार्य योजना भी बनाई गई। प्रशिक्षण के अंत में, तकनीकी सहयोगी संस्था के जिला प्रतिनिधि ने सभी प्रशिक्षकों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।