दरभंगाबिहार

अर्धवार्षिक कृषि यांत्रिकरण मेला का हुआ शुभारंभ।

जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि आज प्रतिस्पर्धा का जमाना है और प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए आपके पास अद्यतन एवं उन्नत औजार आवश्यक है।

दरभंगा, 08 जुलाई 2024 :- संयुक्त कृषि भवन परिसर दरभंगा में आयोजित दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का उद्घाटन संयुक्त निदेशक (शस्य) दरभंगा प्रमंडल दरभंगा श्री संजय नाथ तिवारी के कर कमल से फीता काटकर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

इस अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी विपिन बिहारी सिन्हा, उप परियोजना निदेशक आत्मा अंबा कुमारी, सहायक अध्यापक, (क्षेत्रीय धान अनुसंधान केंद्र, बिरौल), डॉ. मो. साजिद हुसैन, सहायक निदेशक, (पौधा संरक्षण) शाहिद जमाल, सहायक निदेशक, (बीज संस्करण), अमित कुमार, सहायक निदेशक, (कृषि अभियंत्रण), डॉ.आकांक्षा, सहायक निदेशक, (उद्यान), नीरज कुमार झा, सहायक निदेशक, (बीज विश्लेषण), अमित रंजन, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, सदर, हरिमोहन मिश्रा, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, बिरौल, कविता कुमारी,आदि उपस्थित थे।

इस अवसर पर किसानों को संबोधित करते हुए सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण डॉ.आकांक्षा ने कहा कि प्रथम चरण के आवेदक किसानों का चयन कर उनके कृषि यंत्रों को लिए परमिट निर्गत कर दिया गया है, आने वाले दिनों के लिए दिए जाने वाले यंत्रों के आवेदन प्रक्रियाधीन है।

जिला कृषि पदाधिकारी ने  कहा कि किसानों को सब्सिडी दर पर कृषि यांत्रिकरण जैसे जुताई एवं बीज शैय्या तैयार करने वाले यंत्र ट्रैक्टर, पावर टिलर, एमबी प्लाऊ, स्प्रिंग टाईन कल्टीवेटर,रिजिड टाईन, कल्टीभेटर, बार पॉइंट कल्टीवेटर तथा बीज बुआई एवं रोपनी वाले यंत्र पैडी ड्रम सीडर,स्वचालित राइस ट्रांसप्लांटर,बीज सह उर्वरक ड्रिल, बेड प्लांटर, अर्द्ध स्वचालित पोटैटो प्लांटर, ट्रैक्टर धारित शरद मक्का रिज प्लांटर एवं सिंचाई यंत्र स्प्रिंकलर सिंचाई पद्धति, ड्रिप सिंचाई पद्धति, मोनो ब्लौक पंपसेट, सेल्फ प्राईमिंग सेंट्रीफुगल पंप सेट तथा फसल अवशेष प्रबंधन हेतु उपयोगी यंत्र हैपी सीडर, स्ट्रा बेलर-रैक रहित, रोटरी मल्चर,स्ट्रा रीपर, सुपर सीडर, आदि यंत्र उपलब्ध कराया जाता है।

उन्होंने कहा कि ऑनलाइन आवेदन किसानों से प्राप्त कर लॉटरी के माध्यम से चयन कर 812 आवेदकों को स्वीकृति पत्र यंत्र क्रय हेतु दिया गया है। उन्होंने कहा कि बीज वितरण का कार्य सभी प्रखंड में चल रहा है। किसानों को प्रशिक्षण हेतु दूसरे राज्य भी भेजा जा रहा है।

संयुक्त निदेशक (शस्य) दरभंगा प्रमंडल दरभंगा ने संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाए, किसानों को समय से बीज उपलब्ध करायें। उन्होंने किसानों से कहा कि यूरिया उर्वरक का कम से कम प्रयोग करें तथा मोटे अनाज जैसे मरुआ, कोदो ,ज्वार, साँवा आदि की खेती करें।

उन्होंने संबंधित विभाग के पदाधिकारी को कहा कि मिट्टी जांच लगातार करते रहें। उन्होंने जिले के सभी किसानों को कहा कि अच्छे किस्म के बीज का प्रयोग करें इससे काफी उपज होती है। उन्होंने सभी किसानों को कहा की किसी प्रकार की कोई समस्या है तो संयुक्त निदेशक से संपर्क करें।

उन्होंने कहा कि जो किसान यहाँ उपस्थित हैं, वे अपने माध्यम से अपने क्षेत्र के किसानों को जानकारी दें कि कृषि यांत्रिकरण मेला में कृषि से संबंधित कई प्रकार के उपकरण/औजार अनुदान पर उपलब्ध है, वे मेला भ्रमण कर इसकी जानकारी प्राप्त करें और लाभ उठावें।

उन्होंने कहा कि इस मेला का यही उद्देश्य है कि आर्थिक रूप से कमजोर किसान जो उन्नत कृषि तकनीकी से अनभिज्ञ है और इसका लाभ नहीं उठा पाए हैं,वे यहाँ आएं और इसका लाभ उठावें। जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि आज प्रतिस्पर्धा का जमाना है और प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए आपके पास अद्यतन एवं उन्नत औजार आवश्यक है।

इस अवसर पर संयुक्त निदेशक (शस्य) दरभंगा प्रमंडल दरभंगा एवं अन्य कृषि यांत्रिकरण मेला में लगे सभी स्टॉल का एक-एक कर अवलोकन किया तथा रीपर कंबाइंडर की चाभी आवेदक किसान को प्रदान किया। इस अवसर पर कई किसान उत्पादक समूह को ट्रैक्टर की चाभी प्रदान की गई।

सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण डॉ.आकांक्षा ने बताया कि किसान उत्पादक समूह को 10 लाख पर 08 लाख अनुदान यानी 80 प्रतिशत के अनुदान पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराया जाता है, जबकि व्यक्तिगत किसान को  10 लाख के यंत्र बैंक पर 04 लाख रुपये का अनुदान शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा उन्नत कृषि, कृषि में आधुनिक तकनीक का प्रयोग, उन्नत बीज, फसल चक्र, जैविक खेती के लाभ, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, बीज की गुणवत्ता जाँच के लाभ से किसानों को अवगत कराया गया। बताया गया कि उन्न्त कृषि अपनाकर पंजाब व हरियाणा के किसान कृषि को अपना आधार बना चुके हैं।

Sitesh Choudhary

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