जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पिरौटा, भोजपुर में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम आधारित जिला स्तरीय पी.बी.एल. मेला का आयोजन
आरा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, पिरौटा भोजपुर में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम आधारित जिला स्तरीय पी.बी.एल. मेला का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम का प्रारम्भ में संस्थान के प्रभारी प्राचार्य एवं वरीय व्याख्याता डॉ. विरेन्द्र कुमारी सिंह के द्वारा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी भोजपुर चंदन प्रभाकर जिला शिक्षा पदाधिकारी अहसन सर, जिला शिक्षक शिक्षा समन्वयक विजय कुमार सिन्हा, जिला समावेशी शिक्षा समन्वयक नंद किशोर का स्वागत किया गया।
इसके साथ ही उन्होंने इस कार्यक्रम के सन्दर्भ में कहा कि प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण (पी.बी.एल) एक अनुदेशात्मक पद्धति है जो छात्रों को एक आकर्षक अनुभव के माध्यम से ज्ञान और कौशल को सीखने के लिए प्रोत्साहित करती है। उन्होंने आगे कहा कि यह बच्चों को स्वयं की रचनात्मकता को प्रस्तुत करने में सहायक होती है।
मंच संचालक के रूप में व्याख्यता डॉ. श्रवण कुमार ने कहा कि पी.बी.एल छात्रों को आकर्षक और जटिल समस्याओं की जांच करने और उस पर प्रतिक्रिया करने के लिए प्रोत्साहित करता है इसमें कक्षाओं को इस तरह से व्यवस्थित किया जाता है कि छात्र वास्तविक समस्याओं का समाधान कर सके। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी भोजपुर चंदन प्रभाकर ने इस कार्यकम में आए हुए सभी चयनित विद्यालयों के छात्रों का संबोधन एवं उन्हें प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम की सह- कार्यक्रम समन्वयक व्याख्याता वंदना कुमारी ने कहा कि प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम विद्यालय के बच्चों में विज्ञान के प्रति अभिरुचि जागृत करने में सहायक है यह 21वीं सदी के सभी कौशलों का निर्माण बच्चों में करती है । इसके साथ ही उन्होंने इस कार्यक्रम में सम्मलित सभी लोगो का धन्यवाद ज्ञापन भी किया। इस कार्यक्रम में भोजपुर जिले के जिले के 14 प्रखंडों के 28 विद्यालय सम्मलित हुए। इस कार्यक्रम के निर्णायक मंडल के रूप में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. चन्द्र शेखर, वीर कुवर सिंह एग्रीकल्चरल कॉलेज, व्याख्याता रश्मि कुमारी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नुरसराय एवं शरह सफ़क प्राइमरी टीचर एजुकेशन कॉलेज बिहिया के रूप में सम्मलित हुए। इस कार्यक्रम में उत्कृष्ट तीन विद्यालय मध्य विद्यालय हसन बाजार, पीरो, मध्य विद्यालय सारोपुर, चरपोखरी एवं राजकीय बुनियादी विद्यालय अगिआंव का चयन किया गया है।
इस कार्यक्रम का संयोजक संस्थान व्याख्याता वंदना कुमारी ने किया एवं संचालक के रूप में संस्थान के व्याख्याता डॉ राजीव रंजन सिंह, डॉ श्रवन कुमार, राधा कुमारी, स्मिता कुमारी एवं एच.पी.पी.आई हर्षवर्धन, सौरव झा एवं संस्थान के गैर-शैक्षिणक कर्मचारियों एवं तकनीकी टीम आशीष उपाध्याय, मो० इसरार अहमद, मुक्ति नाथ दुबे, मो० कलीम श्वेता कुमारी शशि कुमार ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।