
विधानसभा उपचुनावों में इंडिया गठबंधन की भारी जीत भाजपा के सूपड़े साफ होने का संकेत- प्रमोद तिवारी
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता ने संविधान हत्या दिवस को लेकर मोदी सरकार पर किया तगड़ा पलटवार
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी
विधायक आराधना मिश्रा मोना
लालगंज, प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी एवं कांग्रेस विधान मण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने सात राज्यों में हुए विधानसभा की तेरह सीटों के उपचुनाव में इंडिया गठबंधन की भारी जीत को भाजपा का सूपड़ा साफ होना करार दिया है। राज्यों में हुए विधानसभा के उपचुनावों के नतीजे पर प्रतिक्रिया जताते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी व विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि उत्तराखण्ड में देवभूमि की जनता ने दोनों सीटों पर कांग्रेस की जीत का जनादेश लेकर अब अयोध्या के बाद देवभूमि से भी भाजपा के दांत खट्टे कर दिये हैं। कांग्रेस नेता द्वय ने कहा कि पर्वतीय राज्य हिमांचल प्रदेश तथा उत्तराखण्ड में कांग्रेस की जीत भाजपा की राजनीति में धर्म के नाम पर व्यापार की जनता ने एक बार फिर कलई खोल दी है। सांसद प्रमोद तिवारी व आराधना मिश्रा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी तथा पंजाब में आप व तमिलनाडु में डीएमके ने भी इंडिया गठबंधन को भारी जीत दिलाकर भाजपा के लिए गहरा दर्द परोसा है। शनिवार को यहां जारी संयुक्त बयान में प्रमोद तिवारी व विधायक मोना ने कहा कि बद्रीनाथ धाम से कांग्रेस की जीत की बड़ी लहर इंडिया गठबंधन की मजबूती का भी एक बड़ा पैगाम है। वहीं राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने मोदी सरकार पर संविधान हत्या दिवस मनाये जाने को लेकर भी तगड़ा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि देश की जनता का महंगाई तथा बेरोजगारी व सीमा सुरक्षा में विफलता से ध्यान हटाने के लिए भाजपा उन्चास साल पुराने मसले को इसलिए उभार रही है ताकि मोदी सरकार में संवैधानिक संस्थाओं के रोज हो रहे दुरूपयोग पर वह देश के सामने जवाबदेही से बच सके। उन्होंने कहा कि जिस आपातकाल की भाजपा बात कर रही है उसके बाद जनता ने कई जनादेश भी दिए। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने मोदी सरकार पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सच तो यह है कि रोज रोज संविधान का अपमान तथा संविधान की हत्या करने वाली मोदी सरकार का पूरा का पूरा युग ही संविधान हत्या के युग के रूप में सामने आया है। उन्होंने कहा कि देश के संविधान को लेकर कोई सरकार अगर संविधान की हत्या दिवस मनाने जा रही है तो यह संविधान निर्माताओं का भी एक तानाशाही सरकार द्वारा खुला अपमान है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी का बयान यहां मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल के हवाले से निर्गत हुआ है।