
निम्बाहैडा़-मंगलवाड़ फोरलेन सड़क मामला….
एमडीआर सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त फिर भी वसूला जा रहा टोल टैक्स
रिपोर्टर-मोहन लाल
निम्बाहैडा़। निम्बाहैडा़ से मंगलवार जाने वाले एमडीआर रोड को पूर्ववर्ती सरकार अशोक गहलोत ने तत्कालीन सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना की अनुशंसा पर फोरलेन में तब्दील करने की स्वीकृति जारी कर फोर लेन सड़क निर्माण के लिए डीपीआर भी तैयार करवा दी गई थी लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा के सत्ता में आने से उपरोक्त योजना ठंडे बस्तें में चली गई और फिलहाल इसकी क्रियान्वत्ती के कोई आसर नहीं लग रहे हैं।
लेकिन सड़क का रखरखाव करने वाला विभाग आरएसआरडीसी द्वारा इस सड़क पर लगातार टोल वसूली की जा रही है तथा आगामी 2 वर्षों के लिए और टोल वसूली टेंडर करने की तैयारी कर ली है।
अब ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि निम्बाहैडा़ से मंगलवार तक लगभग 40 किलोमीटर सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त होकर दयनीय अवस्था में है इसके बावजूद विभाग द्वारा इस सड़क पर टोल वसूली की जा रही है जो क्या उचित है।
सड़क पर आवागमन करने वाले वाहन मालिकों द्वारा टोल टैक्स इस बात के लिए दिया जाता है कि उन्हें उक्त मार्ग पर आसानी एवं बिना बाधा आवागमन की सुविधा मिल सके लेकिन यहां इस रोड़ पर आसानी एवं बिना बाधा आवागमन किसी भी सूरत में संभव नहीं हो रहा है इस मार्ग पर ढोरीया,मिन्नाणा, नपावली सहित अन्य जगहों पे बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हुए हैं एवं सड़क पुरी तरह टुटकर ग़ायब हो चुकी है साथ ही पुरे मार्ग पर साईड पटरी भी नहीं है इसी कारण इस मार्ग पर आए दिन गंभीर दुर्घटनाएं होती रहती है।
विभाग द्वारा सड़क की स्थिति सुधारे बगैर टोल वसूली लगातार की जा रही है जो किसी भी हालत में न्याय संगत नहीं है।
बता दें कि निम्बाहैडा विधायक श्री चंद कृपलानी ने इसी मार्ग के संबंध में तीन बिंदुओं का सार्वजनिक निर्माण विभाग के लिए एक प्रश्न विधानसभा के द्वितीय सत्र में रखा था जिसमें एक बिंदु यह भी था कि क्या यह सही है कि निम्बाहेडा से मंगलवाड़ तक की सड़क का निर्माण, रख रखाव व संचालन आर.एस.आर.डी.सी. द्वारा किया जाता है..? यदि हां तो इस विभागीय सड़क की वर्तमान स्थिति क्या है।
लेकिन विधानसभा सत्र में विधायक के प्रश्न का जवाब अभी तक नहीं मिला संभवतया सड़क की हालत बहुत ही खराब स्थिति में एवं जगह-जगह खड्डे होकर दयनीय स्थिति में होने के कारण विभाग द्वारा विधायक के सवाल का जवाब देना उचित नहीं समझा।
हालांकि इस संदर्भ में सत्ता पक्ष के क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि यह दावा कर रहे हैं कि सरकार द्वारा इस मार्ग को फोरलेन में परिवर्तित करने को लेकर इसी विधानसभा सत्र में कोई घोषण की जा सकती है ।
खैर यह आने वाले दिनों में पता चलेगा लेकिन वर्तमान में जो इस सड़क को लेकर टोल वसूली की जा रही है उसको लेकर रोड पर आवागमन करने वालों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है क्योंकि जिस प्रकार से भारी भरकम टोल राशी वसूली कि जा रही है पर टोल दर अनुसार इस मार्ग पर आवागमन सुविधाजनक नहीं है।
इस मामले में समाचार पत्रों द्वारा प्रकाशित मुद्दों पर संज्ञान लेकर स्थानीय विधायक द्वारा राज्य सरकार से क्षतिग्रस्त सड़क पर टोल वसूली में आम जन को राहत देने की मांग इसी विधानसभा सत्र में करनी चाहिए।