पंजाब के एक पूर्व पुलिसकर्मी के बेटे लॉरेंस बिश्नोई ने एक साधारण शुरुआत से एक खूंखार गैंगस्टर बनने तक का सफर तय किया है। छात्र राजनीति में शुरुआत करने वाला बिश्नोई अब सिद्धू मूसेवाला की हत्या और सलमान खान को धमकी देने जैसे गंभीर मामलों का मुख्य आरोपी है।
हाइलाइट्स
- लॉरेंस बिश्नोई छात्र जीवन में एक मासूम सा लड़का था जो खूंखार गैंगस्टर बन गया
- चर्चित नेता बाबा सिद्दीकी और पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में आया नाम
- 2018 में सलमान खान को जान से मारने की धमकी देकर सुर्खियों में आया था लॉरेंस
चंडीगढ़ के पूर्व इंस्पेक्टर अमनजोत सिंह ने न्यूज चैनल एनडीटीवी को बताया कि उस समय बिश्नोई बहुत ही सीधा-साधा था। पुलिस जब उसे गिरफ्तार करती थी तो वह पुलिसवालों को अंकल या सर कहकर बुलाता था। सिंह ने कहा, ‘वह वही करता था जो उसके पार्टी नेता कहते थे।’ अमनजोत ने कभी नहीं सोचा था कि बिश्नोई इतना बड़ा गैंगस्टर बन जाएगा। उन्होंने 31 वर्षीय बिश्नोई को कई बार गिरफ्तार किया था। उन्होंने बताया कि छठी बार गिरफ्तार होने पर बिश्नोई ने कहा था कि अब 7-8 राज्यों की पुलिस उसे ढूंढेगी।
बिश्नोई पहली बार सुर्खियों में तब आया जब उसने 2018 में बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी। बिश्नोई का आरोप था कि सलमान ने दो काले हिरणों का शिकार किया था, जो राजस्थान के बिश्नोई समुदाय के लिए पूजनीय हैं। जोधपुर में अदालत में पेशी के दौरान बिश्नोई ने कहा था, ‘हम सलमान खान को मारेंगे। कार्रवाई करने के बाद सबको पता चल जाएगा।’ संयोग से पिछले महीने मुंबई में तीन लोगों ने बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जो सलमान खान के करीबी दोस्त थे। बिश्नोई 2022 में पंजाब में मारे गए सिद्धू मूसेवाला की हत्या का भी मुख्य आरोपी है।
सिंह ने कहा कि शुरुआत में बिश्नोई अपने पार्टी नेताओं के कहने पर काम करता था, लेकिन बाद में जेल में उसका रूपांतरण हो गया। सिंह ने कहा, ‘शुरू में वह अपने पार्टी नेताओं के कहने पर काम करता था, लेकिन जब वह लगातार जेल जाने लगा तो उसका मिजाज तेजी से बदलने लगा। वह बड़े गैंगस्टर के संपर्क में आया और उसका प्रभाव बढ़ता गया।’ सिंह ने कहा, ‘जब वह जेल जाता रहा तो कुछ कैदी जिन्होंने बड़े-बड़े अपराध किए थे, उन्हें लगा कि बिश्नोई में कुछ खास बात है। फिर उन्होंने उसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।’
उन्होंने कहा कि उन्होंने उसे अपने संरक्षण में ले लिया क्योंकि वे जानते थे कि बिश्नोई को जमानत मिल जाएगी। अमनजोत सिंह ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई गैंगस्टर रंजीत जसविंदर सिंह उर्फ रॉकी फाजिल्का को अपना गुरु मानता था। सिंह ने कहा, ‘जब लॉरेंस बिश्नोई उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में था, तो उसकी मुलाकात एक अन्य गैंगस्टर रंजीत सिंह ‘डुपला’ से हुई, जो रॉकी फाजिल्का का बहुत करीबी था। उसने ही बिश्नोई को फाजिल्का से मिलवाया था।’
पंजाब के फिरोजपुर निवासी रॉकी फाजिल्का, बिश्नोई से प्रभावित हुआ और उसे अपने संरक्षण में ले लिया। सिंह ने कहा कि उनके गांव आसपास होने के कारण वे करीबी सहयोगी बन गए। बिश्नोई 2015 से जेल में है और अभी गुजरात के साबरमती जेल में बंद है