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मंडला MP हेमंत नायक✍️
नारायणगंज विकासखंड मुख्यालय के अंतर्गत ग्राम चिरी स्थित पुरखा भूमि चौरा पहाड़ में विकासखंड स्तरीय सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम **संयुक्त एसटीएससी ओबीसी मूलनिवासी मोर्चा तहसील शाखा नारायणगंज** द्वारा आयोजित किया गया। विगत वर्षों की भांति इस बार भी इस ऐतिहासिक और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन बड़े उत्साह और समर्पण के साथ संपन्न हुआ।
**कार्यक्रम का प्रारंभ और गतिविधियां**
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10 बजे पंजीयन से हुई। इसके बाद 11 बजे गोंगों और दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम विधिवत आरंभ हुआ। दोपहर 12 बजे से अतिथियों का हल्दी चावल और तिलक वंदन कर स्वागत किया गया। मंच पर उपस्थित अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त किए और शहीद बिरसा मुंडा के जीवन एवं संघर्ष पर प्रकाश डाला।
**शहीद बिरसा मुंडा का स्मरण**
इंजीनियर भूपेंद्र वरकड़े, जिला पंचायत सदस्य, ने अपने संबोधन में कहा कि शहीद बिरसा मुंडा, जिन्हें “धरती आबा” और “क्रांति सूर्य” के रूप में जाना जाता है, ने आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए अंग्रेजी शासन से लड़ाई लड़ी। उन्होंने *”मावा नाटे मावा राज”* (मेरे गांव में मेरा राज) का नारा दिया और जल, जंगल और जमीन के मालिकाना हक के लिए संघर्ष किया। बिरसा मुंडा ने अपने मात्र 25 वर्ष के जीवनकाल में साहस और वीरता की मिसाल कायम की। उनके संघर्षों ने कोया समाज को उनके भूमि अधिकार दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
**सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और उद्बोधन**
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय सांस्कृतिक टीमों द्वारा प्रस्तुत किए गए मनमोहक नृत्य और गीतों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने आदिवासी परंपराओं और विरासत को जीवंत किया।
मंचीय उद्बोधनों में अध्यक्ष जनपद पंचायत आसाराम भारतीया, ताहर सिंह मरावी, ताराचंद्र परते, धन्नूलाल मरावी, रेवत सिंह मरावी, सेवाराम पंद्रो, बबलू सोयाम, सोमवती धुर्वे, अखिलेश वरकड़े, और रतन सिंह वरकड़े सहित कई वक्ताओं ने समाज कल्याण, शिक्षा, और अधिकारों पर जोर दिया। वक्ताओं ने बिरसा मुंडा के संघर्षों से प्रेरणा लेने और समाज को सशक्त बनाने का आह्वान किया।
**कार्यक्रम का संचालन और उपस्थिति**
कार्यक्रम का संचालन **जयदेव मार्को** ने कुशलता से किया। इस दौरान बड़ी संख्या में क्षेत्रीय नागरिक, पुरखा भूमि सेवा समिति के कार्यकर्ता, और विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे। प्रमुख उपस्थितजनों में इमरत लाल धुर्वे, धन्नी परस्ते, बसंत वरकड़े, विनय परते, खुमान सिंह मरावी, हरदयाल सिंह मरकाम, धनेश्वरी मसराम, दिलीप मरावी, यशवंत सोयाम, देवा मार्को, दीपक मरावी, रामप्रसाद मलगाम, और अन्य गणमान्य लोग शामिल थे।
**समापन**
यह आयोजन न केवल शहीद बिरसा मुंडा की जयंती को स्मरण करने का एक अवसर था, बल्कि समाज को उनके आदर्शों और संघर्षों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का संदेश भी दिया। कार्यक्रम ने क्षेत्रीय जनता को अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया तथा एकजुटता और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बनकर संपन्न हुआ।