
अयोध्या
वजीरगंज निवासी बिंदु दोपहर में एक बजे के करीब जिला अस्पताल पहुंचा था। बताया जाता है कि वह सीवियर एनिमिया और सांस रोगी था। अस्पताल के कर्मचारियों की मानें तो वह तबीयत गड़बड़ होने के कारण सबसे पहले इमरजेंसी ओपीडी में पहुंचा था। उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। इसके बाद उसे ऑक्सीजन दिया गया। इंजेक्शन भी लगा। थोड़ा ठीक महसूस किया तो डॉ. नानक सरन को दिखाने की बात कहने लगा। इसके बाद वहां से निकल गया और ओपीडी में पहुंच गया। ओपीडी में भारी भीड़ थी। वह लाइन में लग गया। अचानक से वह गश खाकर गिर पड़ा। इमरजेंसी फार्मासिस्ट विजय वर्मा बताते हैं कि मौके पर स्ट्रेचर भेजकर उसे इमरजेंसी ओपीडी लाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। प्रभारी सीएमएस का चार्ज देख डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है। गुरुवार को ही कुछ बता सकेंगे। इस संबंध में जब डॉ. नानक सरन को फोन लगाया गया तो रिसीव नहीं हुआ।