
अजीत मिश्रा (खोजी)
।। बस्ती जिले में कानून एवं विधि व्यवस्था का हाल ऐसा कि अपनी ही सरकार में आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर भाजपा नेता।।
-बस्ती में बढ़ते अपराध के खिलाफ आशीष शुक्ला का अनशन जारी।
-सपा जिलाध्यक्ष सह बस्ती सदर विधायक महेंद्र नाथ यादव भी पहुंचे आमरण अनशन स्थल देने समर्थन।
बस्ती – जिले में लगातार बढ़ रहे अंधाधुंध आपराधिक घटनाओं, बेलगाम नौकरशाही, अधिकारियों/कर्मचारियों के मनमानीपूर्ण रवैए ने ऐसे हालात खड़े कर दिए हैं कि विपक्ष तो बाद में उसके पहले अपनी ही सरकार में भाजपा नेता को ही आमरण अनशन पर बैठना पड़ रहा है। जिले के निर्धारित आमरण अनशन स्थल शास्त्री चौक पर ‘एक रहेंगे, सेफ रहेंगे’ के नारे के साथ पूर्व नगर अध्यक्ष भाजपा आशीष शुक्ल “सैनिक” ने अनिश्चित कालीन धरना लगातार जारी रखा है। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जनपद में कानून व्यवस्था की स्थिति दयनीय हुई है, पुलिस अनेक गंभीर मामलों का खुलासा कर पाने में पूरी तरह विफल है और सवाल करने पर पुलिस कर्मियों द्वारा लोगों को अपमानित कर दिया जाना उनकी कार्यशैली का हिस्सा हो गया है। इससे लोगों में पुलिस कर्मियों के प्रति भय व्याप्त है। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक समस्याओं के प्रभावी समाधान का आश्वासन नहीं मिल जाता व्यापक जनहित और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिये उनका धरना जारी रहेगा। आशीष शुक्ल “सैनिक” ने अपने अनशन के प्रमुख मांगों में नगर थाना क्षेत्र के खुटहन गांव में दो सगे भाईयों की करंट से मौत मामले में परिजनों को समुचित मुआवजा दिये जाने व दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई, पैकोलिया थाना क्षेत्र के जीतीपुर गांव में बालिका की हत्या मामले में पैकोलिया थानाध्यक्ष के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने, लालगंज थाना क्षेत्र में मासूम दलित बालिका से दुराचार व हत्या मामले में थानाध्यक्ष व हल्का दरोगा तथा बीट सिपाही के विरूद्ध कार्रवाई, बस्ती शहर के मालवीय रोड पर जमीनी विवाद मामले में पुलिस के भूमिका की जांच को सार्वजनिक कर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई, कोतवाली थाना क्षेत्र के कटेश्वर पार्क में बालिका के साथ दुराचार के मामले में दोषी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध कार्यवाही, उभाई में युवक की हत्या मामले में सीबीसी प्रेरक मिश्रा की रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दोषी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध कार्रवाई आदि को शामिल किया है। आशीष शुक्ल ‘सैनिक’ ने कहा कि जनपद में पुलिस कर्मियों द्वारा जमीनी विवाद या अन्य सामान्य मामलों में दोनों पक्षो से धन उगाही सामान्य बात हो गई है। इस पर अंकुश लगना चाहिये। गौरतलब हैं कि अपनी ही सरकार के खिलाफ़ भाजपा नेता द्वारा शुरु किए गए इस अनशन को समर्थन देने सपा जिलाध्यक्ष सह बस्ती सदर विधायक महेंद्र नाथ यादव भी पहुंचे थे। जिससे जिले का राजनैतिक पारा एकदम चढ़ गया और तमाम तरह की कयासबाजियों का दौर शुरू हो गया। अब देखना यह बाक़ी रह गया है कि प्रशासन इस शांतिपूर्ण मगर मजबूत विरोध को किस रूप में लेता है और कब तक आशीष शुक्ला के संकल्प को जवाब मिलता है।