वाराणसी में मंडुवाडीह चौराहे से कलेक्ट्री फॉर्म तक 26 मीटर चौड़ी होगी सड़क, जद में आएंगे मकान और जमीन
चन्दौली वाराणसी । शहर के अंदर सड़क चौड़ीकरण के बन रहे जाल में एक और सड़क शामिल होने जा रही है। लहरतारा से मंडुवाडीह चौराहा होकर भिखारीपुर तिराहे से बीएचयू जाने वाले सड़क को कलेक्ट्री फार्म चौराहे पर लोहता मार्ग से जोड़ा जाएगा। बौलिया से मोहनसराय तक बन रहे सिक्सलेन सड़क कलेक्ट्री फार्म चौराहे से होकर गुजर रहा है। यह बनारस का सबसे बड़ा चौराहा बनेगा। तीनों सड़कों को जोड़ने के लिए मंडुवाडीह चौराहे से कलेक्ट्री फार्म तक 1.3 किलोमीटर लंबी सड़क की चौड़ाई 26 मीटर होगी।लोक निर्माण विभाग ने प्राथमिक आंकलन करते हुए 56.51 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया है। हालांकि, पीडब्ल्यूडी की टीम सर्वे करने के साथ डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर रहा है। इसके साथ यह भी साफ हो जाएगा कि सड़क चौड़ीकरण की जद में कितने मकान आ रहे हैं।लहरतारा से मंडुवाडीह चौराहा, भिखारीपुर तिराहा, सुंदरपुर, लंका चौराहा, नरिया तिराहा, रविंद्रपुरी कालोनी होते हुए भेलूपुर चौराहे तक 26 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जा रही है। कलेक्ट्री फार्म से रिंग रोड तक 8.5 किलाेमीटर और 26 मीटर चौड़ी सड़क बन रही है। वहीं, बौलिया से मोहनसराय तक 13 किलोमीटर लंबी सिक्सलेन 52 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जा रही है। हाईवे और रिंग रोड से शहर के अंदर आने वाले वाहनों को शहर में विभिन्न मार्गों से प्रवेश कराने की योजना थी। कलेक्ट्री फार्म चौराहे को सबसे बड़ा चौराहा बनाने की योजना है, इसको देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने मंडुवाडीह चौराहा से कलेक्ट्री फार्म तक फोरलेन सड़क बनाने के साथ जोड़ने का निर्णय लिया है।एक नजर में योजना
सड़क की लंबाई- 1.3 किमी
सड़क की चौड़ाई- 26 मीटर
बिजली शिफ्टिंग- 26.51 करोड़
जमीन व मकान मुआवजा- 20 करोड़
सिविल कार्य- 10 करोड़
अभी सड़क की चौड़ाई- सात मीटरएक नजर में योजना
सड़क की लंबाई- 1.3 किमी
सड़क की चौड़ाई- 26 मीटर
बिजली शिफ्टिंग- 26.51 करोड़
जमीन व मकान मुआवजा- 20 करोड़
सिविल कार्य- 10 करोड़
अभी सड़क की चौड़ाई- सात मीटरपीडब्ल्यूडी दोनों तरफ से 10-10 फीट लेगी जमीन
मंडुवाडीह चौराहे से कलेक्ट्री फार्म तक पिच सड़क की चौड़ाई सात मीटर है जबकि लोक निर्माण विभाग की जमीन 50 से 60 मीटर है। विभाग सड़क के दोनों तरफ 10-10 फीट सड़क की चौड़ाई बढ़ाना चाहता है। ज्यादातर स्थानों पर आसपास के लोगों ने लोक निर्माण विभाग की जमीन पर कब्जा किया है। कुछ ही जमीन विभाग को लेनी पड़ेगी। सर्वे में स्पष्ट होगा कि कितनी जमीन और लेनी पड़ेगी। साथ ही कितने मकान जद में आ रहे हैं।