रिपोर्ट समीर गुप्ता पठानकोट पंजाब –आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन आखिकार कर ही लिया है। इसके साथ ही दोनों दलों के बीच सीट शेयरिंग पर भी सहमति बन गई है। अब दोनों दल दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, गोवा और चंडीगढ़ में इकट्ठे चुनाव लड़ते हुए भाजपा एनडीए को चुनौती देंगें। पंजाब में दोनों दल लोकसभा चुनाव अलग-अलग लड़ेंगे। इस गंठबंधन से इंडिया एलाइंस की स्थिति पहले से कुछ बेहतर दिखाई दे रही है। आज के राजनीतिक परिपेक्ष्य में यदि देखें तो इस गंठबंधन से दोनों दलों को दिल्ली ,हरियाणा और चंडीगढ़ में कुछ लाभ पहुंच सकता है। गुजरात में फिलहाल की स्थिति को देखते हुए भाजपा को चुनौती देना दूर की कौड़ी दिखाई देती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता विशेष रूप से दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में आज भी बरकरार है। इसके चलते यदि इंडिया एलाइंस को इन राज्यों में भाजपा एनडीए को चुनौती देनी है तो उन्हें अपने घोषणापत्र को लेकर लोगों के बीच उतरना होगा और बेकार की बयानबाज़ी से गुरेज करना होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर व्यक्तिगत टिप्पणी से बचना होगा और केवल मुद्दों पर राजनीति करनी होगी अन्यथा भाजपा एनडीए को चुनौती देना इंडिया एलाइंस के लिए कठिन रहेगा।
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