✍️ अजीत मिश्रा ✍️

मानहानि से बचने के लिए पत्रकारों के लिए गाइडलाइंस ” – एक सरल, व्यावहारिक और उपयोगी मार्गदर्शिका, जिसे पत्रकार रिपोर्टिंग करते समय ध्यान में रख सकते हैं:

——————————-

1. सत्य और सटीकता –

हमेशा तथ्यों की पुष्टि करें।

अफवाहों या अपुष्ट जानकारी को प्रकाशित न करें।

“सूत्रों के अनुसार” कहने से पहले, स्रोत की विश्वसनीयता जांचें।

2. निष्पक्षता और संतुलन –

हर मुद्दे के सभी पक्षों को प्रस्तुत करें।

किसी पर आरोप लगाने से पहले उनका पक्ष जानने की कोशिश करें और उसे शामिल करें।

3. भाषा पर नियंत्रण –

अपमानजनक, भड़काऊ या अपशब्दों से परहेज करें।

व्यंग्य, कटाक्ष या लांछन लगाने वाले शब्दों से बचें।

4. जनहित का ध्यान रखें –

रिपोर्टिंग हमेशा समाज के व्यापक हित में होनी चाहिए।

व्यक्तिगत जीवन में तब ही दखल दें जब वह सार्वजनिक हित से जुड़ा हो।

5. प्रमाण और दस्तावेज-

आपके पास हर दावे, आरोप या कथन का प्रमाण होना चाहिए।

इंटरव्यू, ऑडियो, वीडियो, नोट्स और स्रोत सुरक्षित रखें।

6. कानूनी जानकारी रखें- मानहानि क्या है, इसकी परिभाषा और कानूनी प्रक्रिया को समझें।

       IPC की धारा 499 और 500 (भारतीय दंड संहिता) को जानें, जो मानहानि से संबंधित है।

7. गलती होने पर सुधार करें – यदि कोई तथ्यात्मक गलती हो जाए, तो तुरंत सार्वजनिक रूप से सुधार प्रकाशित करें।

8. कानूनी सलाह लें- विवादित रिपोर्ट छापने से पहले मीडिया लॉ में प्रशिक्षित वकील की सलाह लें।

9. सोशल मीडिया पर भी सतर्क रहें- सोशल मीडिया पर भी वही जिम्मेदारी और सावधानी बरतें जो मुख्यधारा की रिपोर्टिंग में होती है।

Back to top button
error: Content is protected !!