मल्हार, छत्तीसगढ़: ऐतिहासिक नगरी मल्हार में हर साल आयोजित होने वाले महाशिवरात्रि मेले की तैयारियों में इस बार प्रशासनिक लापरवाही उजागर हो रही है। 15 दिवसीय इस मेले में दूर-दूर से कांवरिया एवं श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के पातालेश्वर मंदिर में जल चढ़ाने के लिए आते हैं, लेकिन इस बार नगर प्रशासन की उदासीनता से आमजन को भारी परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
नाली का गंदा पानी सड़कों पर बहने से आवागमन प्रभावित
वार्ड नंबर 5 में सड़कों पर नाली का गंदा पानी बह रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है। स्थानीय लोगों के अनुसार, नगर पंचायत के अधिकारी और कर्मचारी कई बार यहां से गुजर चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
श्रद्धालुओं को हो सकती है मुश्किलें
मुख्य सड़क पर गंदे पानी के बहने से श्रद्धालुओं और मेले में आने वाले लोगों के आवागमन में बाधा उत्पन्न हो सकती है। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से जल्द से जल्द इस समस्या के समाधान की मांग की है, ताकि महाशिवरात्रि पर्व पर श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
प्रशासन की अनदेखी, मेले की तैयारियों पर उठ रहे सवाल
मेले के दौरान लाखों श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए मल्हार पहुंचते हैं, लेकिन नगर प्रशासन की लापरवाही के कारण व्यवस्थाओं की पोल खुल रही है। लोगों ने नगर पंचायत से जल्द से जल्द अव्यवस्थाओं को दूर करने की मांग की है, ताकि महाशिवरात्रि पर्व पर श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कठिनाई का सामना न करना पड़े।