A2Z सभी खबर सभी जिले की

बालेर अष्टभुजा देवी मेले में नाल दंगल प्रतियोगिता में 108 किलो वजन की नाल उठाकर लाला गुर्जर- सोनू जादौन बने दंगल केसरी 130 किलो वजन की नाल उठाने में सभी पहलवान रहे नाकाम सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है अष्टभुजा देवी का मेला

बालेर/विशाल अग्रवाल
सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय से 60 किमी दूर ग्राम पंचायत बालेर के तत्वावधान में अष्टभुजा देवी मेले में गुरुवार को नाल दंगल प्रतियोगिता आयोजित की गई। नाल दंगल प्रतियोगिता में राजस्थान सहित कई राज्यों के नामी पहलवानों ने अपना दमखम दिखाया। नाल दंगल प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि ठा. मानवेन्द्र सिंह राजावत रहे।
इस दौरान सरपंच प्रतिनिधि रामवीर मीना, ग्राम विकास अधिकारी मांगीलाल गुर्जर, कुरेड़ी सरपंच राजेंद्र जाट, जिला परिषद सदस्य गजानंद बैरवा एवं जनप्रतिनिधि और गणमान्य मौजूद रहे।

*नाल दंगल प्रतियोगिता देखने के लिए उमड़ा जनसैलाब*
नाल दंगल में प्रथम चरण में 108 किलो वजन की नाल में पहलवानों ने दमखम दिखाया गया। इस दौरान 108 किलो नाल के लाला गुर्जर करौली व सोनू जादौन करौली ने नाल उठाकर जीत हासिल कर नाल दंगल के केसरी बने । 108 किलो नाल के द्वितीय विजेता विपीन बैरवा हाथरस रहे। तृतीय विजेता नीलू पंडित हाथरस रहे।
बड़ी संख्या में पहुँचे लोगो ने प्राकृतिक स्टेडियम में हजारों दर्शक मौजूद रहे। मेला स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने विजेता पहलवानों का उत्साहवर्धन किया।जैसे ही पहलवानों ने नाल को उठाया तो पूरा स्टेडियम तालियों की आवाज से गूंज उठा। दर्शकों ने विजेता पहलवानों को दर्शक दीर्घा में बुलाकर पारितोषिक दिया।।

130 किलो वजन की नाल में सभी पहलवानों ने दमखम दिखाया लेकिन 130 की नाल उठाने वाले पहलवान असफल रहे।

*सांप्रादायिक सौहार्द का प्रतीक है* *अष्टभुजा देवी माता का मेला*
ग्राम पंचायत द्वारा प्रतिवर्ष चेत्र मास की शीतला अष्टमी पर अष्टभुजा देवी चार दिवसीय का मेला आयोजित किया जाता है। जिसमें कस्बे सहित प्रदेश के कोने कोने से श्रद्धालु माता के दरबार मे हाजरी लगाकर मनोती मांगते है।
माता के मेले बाज़ार में सौंदर्य प्रसाधन, कृषि उपकरण, एवं रसोई में काम आने वाले वाले उपकरण, मिट्टी के बर्तन, बच्चो के खिलौने की जमकर खरीदारी करते है। तथा बच्चे भी चाट, पकौड़ी, जलेबी,आइसक्रीम,का लुफ्त उठाते है।

कल होगा सुल्तानों का महामुकाबला*
अष्टभुजा देवी के मेले में चौथे दिन शुक्रवार को राजस्थान के कई जिले एवं जम्मू, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश से पहलवान आएंगे और अखाड़े के सुल्तान बनने के लिए दांवपेंच लगाएंगे। कुश्ती दंगल के बाद विजेता पहलवानों को ग्राम पंचायत द्वारा पारितोषिक वितरण किया जाएगा एवं मेले का समापन किया जाएगा।

Back to top button
error: Content is protected !!