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*MSME इकाइयों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उद्यमिता पंजीकरण सह जागरूकता शिविर का आयोजन*

*MSME इकाइयों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उद्यमिता पंजीकरण सह जागरूकता शिविर का आयोजन*

झारखंड सरकार के उद्योग विभाग एवं झारखंड औद्योगिक अवसंरचना विकास निगम (JIIDCO) द्वारा MSME (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) क्षेत्र की प्रतिस्पर्धात्मकता और प्रदर्शन को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से विश्व बैंक समर्थित RAMP (Raising and Accelerating MSME Performance) कार्यक्रम के तहत दिनांक 24 जून 2025 को जिला उद्योग केंद्र, दुमका के सभागार कक्ष में “उद्यमिता पंजीकरण सह जागरूकता शिविर” का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।इस शिविर का प्रमुख उद्देश्य जिले के नवोदित एवं मौजूदा उद्यमियों को औपचारिक रूप से MSME इकाइयों के रूप में पंजीकृत करना, पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बनाना, एवं विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराते हुए उन्हें लाभान्वित करना था। शिविर में भाग लेने वाले उद्यमियों को ऑनलाइन UDYAM पंजीकरण की प्रक्रिया के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी दी गई। शिविर के दौरान कुल 23 उद्यमियों ने ऑन स्पॉट पंजीकरण कराया, जो कि जिले में औपचारिक MSME इकाइयों की संख्या बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।इस अवसर पर महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र दुमका दास कुमार एक्का ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि, MSME क्षेत्र देश के आर्थिक विकास में अहम् योगदान निभाते है। उनके द्वारा बताया गया कि डीआईसी एमएसएमई के लिए वन-स्टॉप-शॉप के रूप में कार्य करते हैं, जो उन्हें प्रभावी ढंग से स्थापित होने, बढ़ने और प्रतिस्पर्धा करने के लिए आवश्यक संसाधन, मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करते हैं। उनके द्वारा विभाग द्वारा संचालित योजनाएं जैसे- प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के बारे में प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी देते हुए इनका लाभ उठाने हेतु प्रतिभागियों को प्रेरित किये।जिला कार्यक्रम प्रबंधक,JSLPS निशांत एक्का ने ग्रामीण क्षेत्रों में startup Village Entrepreneurship, One Stop Facility, Micro Enterprise Development जैसे योजनाओं को बढ़ावा देने हेतु JSLPS द्वारा क्रियान्वित योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि किसानों, महिला समूहों एवं युवाओं के लिए स्वरोजगार के कई अवसर सुलभ हैं, जिन्हें MSME के साथ जोड़कर विस्तारित किया जा सकता है।निदेशक, RSETI, दुमका ने विभिन्न क्षेत्रों में विभाग द्वारा चलाए जा रहे प्रशिक्षण योजनाओं जैसे ग्रामीण युवाओं को सशक्त बनाने और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार के कौशल विकास कार्यक्रम,आमतौर पर छोटी अवधि के लिए जैसे कि- कृषि और संबद्ध गतिविधियाँ, उत्पाद-आधारित प्रशिक्षण, प्रक्रिया-आधारित प्रशिक्षण और सामान्य कौशल विकास आदि की विस्तृत जानकारी उपस्थित प्रतिभागियों के साथ साझा की। उन्होंने उद्यमियों को इन योजनाओं का लाभ उठाने हेतु प्रेरित किया।अध्यक्ष/सचिव, चैम्बर्स ऑफ़ कॉमर्स, दुमका के द्वारा बताया गया कि दुमका जैसे पिछड़े जिले में औद्योगीकरण एवं रोजगार सृजन के अवसर उपलब्ध हैं। युवा उद्यमियों कि इस दिशा में पहल करनी चाहिए। उनके द्वारा बताया गया कि दुमका जिला में उद्योग स्थापना या संचालन हेतु किसी प्रकार कि कोई कठिनाई हो या अन्य सहायता के लिए प्रतिभागी संपर्क कर सकते हैं।इस अवसर पर ईओडीबी मैनेजर, जिला उद्योग केंद्र दुमका मनोज कुमार प्रमाणिक ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि, “MSME क्षेत्र देश के आर्थिक विकास की रीढ़ है। उनके द्वारा जिले में MSME के विकास कि संभावनाओं के बारे में प्रकाश डाला तथा उद्यम निबंधन कि प्रक्रिया एवं इसके लाभ के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उनके द्वारा कहा गया कि इस प्रकार के जागरूकता शिविरों के माध्यम से न केवल पंजीकरण को बढ़ावा मिलता है, बल्कि दुमका जिले में स्वरोजगार और उद्यमिता को भी बल मिलता है।”

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