धरती पर विलुप्त होने वाले जीवों में गेंडा शामिल-शिवानी जैनएडवोकेट
शिवानी जैन एडवोकेट की रिपोर्ट
धरती पर विलुप्त होने वाले जीवों में गेंडा शामिल-शिवानी जैनएडवोकेट
ऑल ह्यूमन सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि
सबसे ज्यादा जिन जानवरों का अवैध शिकार किया जाता है, उनमें राइनो का नाम सबसे ऊपर है।यही वजह है कि बड़े पैमाने पर राइनो के संरक्षण पर जोर दिया जाता है और हर साल 22 सितंबर के दिन वर्ल्ड राइनो डे मनाया जाता है। इस मौके पर लोगों में यह जागरूकता फैलाने की कोशिश की जाती है कि राइनो की तस्करी या खरीद फरोख्त न हो। हालांकि राइनो के शिकार को रोकना आज भी पूरे विश्व के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।
थिंक मानवाधिकार संगठन एडवाइजरी बोर्ड मेंबर एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त डॉ कंचन जैन ने कहा कि भारत में गैंडे असम, पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों में पाये जाते हैं। भारत और नेपाल में, एक सींग वाले गैंडे की आबादी, जो 1900 के दशक की शुरुआत में 100 से भी कम थी, अब बढ़कर 4,014 से अधिक हो गयी है।
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक आलोक मित्तल एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, डॉ आरके शर्मा, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी,शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन ,बीना एडवोकेट आदि ने कहा कि सींग और नाक से राइनो नाम ‘नाक’ और ‘सींग’ के कारण ग्रीक शब्दों से आया है।राइनो जब तीन साल का होता है, तो उसके सींग बाहर निकलते हैं और औसत 18 साल की उम्र में सींग पूरा आकार ले लेते हैं।
एक वयस्क राइनो का वजन करीब 1600 किलोग्राम होता है।जंगली राइनो की उम्र 45 साल और चिड़ियाघरों में रखे गये राइनो की उम्र 55 से 60 साल तक की होती है।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ