
जिला पदाधिकारी श्री कुन्दन कुमार भा०प्र०से० की अध्यक्षता में प्रबंधक,सहायक प्रबंधक एवं संबंधित निबंधन-सह-परामर्श केंद्र पूर्णिया के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन जिला पदाधिकारी कार्यालय वेश्म में आहूत की गई।
जिलाधिकारी महोदय द्वारा डीआरसीसी के सभी योजनाओं की विस्तृत समीक्षा किया गया।प्रबंधक डीआरसीसी द्वारा सात निश्चय योजना के तहत बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना एवं कुशल युवा कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया गया कि बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना बिहार के छात्रों के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई है। जो आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद करती है।12वीं क्लास पास करने वाले विद्यार्थियों को इस योजना के तहत बिहार सरकार द्वारा उच्च शिक्षा के लिए चार लाख लोन दिया जाता है। विद्यार्थी इस योजना का लाभ लेने के लिए निबंधन सह परामर्श केंद्र कार्यालय मरंगा पूर्णिया में आवेदन कर सकते हैं तथा ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं।मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना इस योजना के तहत बिहार सरकार राज्य के बेरोजगार युवाओं को नौकरी की तलाश के लिए आर्थिक सहायता देती है। इस योजना अंतर्गत 20 से 25 वर्ष के बेरोजगार युवाओं को रोजगार तलाशने के दौरान सहायता के तौर पर ₹1000 प्रति माह की दर से स्वयं सहायता भत्ता 2 वर्षों के लिए देने का प्रावधान है।कुशल युआ कार्यक्रम इस योजना का मकसद युवाओं को रोजगार के लिए सक्षम बनाना है।यह योजना बिहार स्किल डेवलपमेंट मिशन का हिस्सा है। इस योजना के तहत विद्यार्थियों को कम्युनिकेशन स्किल कंप्यूटर की बेसिक जानकारी और सॉफ्ट स्किल की जानकारी दी जाती है। तीन माह में उक्त तीन चीजें kyp में पढ़ाई जाती है।कम्युनिकेशन स्किल के तहत अंग्रेजी और हिंदी लिखने और पढ़ने के साथ-kyp में बोलने के लिए सिखाया जाता है और इंटरनेट ब्राउज़र एमएस वर्ड गूगल एप्स आदि की जानकारी दी जाती है।इस योजना के तहत लाभार्थी को ₹1000 जमा करने पड़ते हैं।kyp कोर्स पूरा होने के बाद पूरा पैसा वापस कर दिए जाते हैं।Kyp कोर्स में भाग लेने के लिए आधार कार्ड 10वीं या 12वीं पास सर्टिफिकेट निवास प्रमाण पत्र तथा बैंक खाता देना अनिवार्य है।
जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा उक्त तीनों योजनाओं की अद्यतन कार्य प्रगति एवं उपलब्धि की विस्तृत समीक्षा किया गया। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि उक्त तीनों योजनाओं में उपलब्धि काफी निराशाजनक है।
इसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी द्वारा प्रबंधक डीआरसीसी एवं संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि हर हालत में प्राप्त करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी महोदय द्वारा संबंधित डीआरसीसी के पदाधिकारी को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत उपलब्धी प्राप्त करने का निर्देश दिया गया।
यदि निर्धारित समय सीमा के अंदर उपलब्धि संतोनजनक नहीं पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।
जिला योजना पदाधिकारी सह वरीय प्रभारी डीआरसीसी को निर्देश दिया गया कि डीआरसीसी की सभी योजनाओं का नियमित रूप से मॉनिटरिंग करें और योजनाओं के निष्पादन में तेजी लाना सुनिश्चित करें।
बैठक में अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था श्री राजकुमार,जिला योजना पदाधिकारी तथा डीआरसीसी के सभी पदाधिकारी गण मौजूद थे।