वंदे भारत से दीपक राठौर की रिपोर्ट
सुसनेर। नगर में बाजार बैठक वसूली को लेकर इन दिनों नगर में गुमटी संचालक, फूटपाथ व्यापारी, हाथ थैला, सब्जी व्यापारी सहित अन्य दुकानदारो में असमंजस की स्थिति है कुछ दिन पहले समाचार पत्र के माध्यम से दुकानदारों को पता चला था कि नप ने बाजार बैठक वसूली बंद कर दी जिस पर हमारे द्वारा सुसनेर नगर परिषद सीएमओ ओपी नागर से जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि मैने किसी भी पत्रकार को बाजार बैठक वसूली बंद करने का बयान नहीं दिया है ना मेरे द्वारा परिषद के बैठक वसूली कर्मचारी को वसूली बंद करने की कहा है नगर में प्रतिदिन बाजार बैठक वसूली से नगर परिषद को आर्थिक सहयोग मिलता है।
दो दिन वसूली बंद पर क्या कहा सीएमओ नागर ने
नगर परिषद द्वारा दो दिन बाजार बैठक वसूली बंद क्यों की इस पर सीएमओ नागर ने कहा कि नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि लक्ष्मी राहुल सिसौदिया द्वारा बाजार बैठक वसूली कर्मचारी को वसूली करने से मना कर दिया गया सीएमओ का कहना है कि जब बाजार बैठक वसूली कर्मचारी 1 साल से प्रतिदिन 500–600 रुपए प्रतिदिन वसूली ला रहा था तब अध्यक्ष प्रतिनिधि द्वारा बंद नहीं करवाया लेकिन मेरे द्वारा वसूली कम करने पर कर्मचारी को बदल दिया और नए कर्मचारियों द्वारा अच्छी वसूली की जा रही तब अध्यक्ष प्रतिनिधि को वसूली बंद करने की याद आई।
नगर परिषद द्वारा पूर्व में ठेका पद्धति पर बाजार बैठक का टेंडर होता था लेकिन शासन द्वारा वर्ष 2023 में ठेका पद्धति बंद करने के बाद नगर परिषद खुद बाजार बैठक वसूली प्रतिदिन के हिसाब से कर रही है नगर परिषद सीएमओ का कहना है कि शासन द्वारा बाजार वसूली के लिए वार्षिक ओर अर्धवार्षिक वसूली का फार्मूला बैठक में बताया गया था लेकिन नगर के छोटे व्यवसायियों को देखते हुवे परिषद बड़ा भार नहीं डालते हुवे प्रतिदिन 10 रुपए से बाजार बैठक वसूल रही है।
इनका क्या कहना–
मेरे द्वारा किसी भी पत्रकार को बाजार बैठक बंद करने का कोई बयान नहीं दिया गया है बाजार बैठक बंद का तो सवाल ही नहीं उठता इससे हमारी नगर परिषद को आर्थिक सहयोग मिलता है, कम वसूली करने पर कर्मचारी को हटा कर दूसरा कर्मचारी वसूली पर लगा दिया गया है जो पहले से डबल वसूली प्रतिदिन कर रहा है।
ओपी नागर नगर परिषद सीएमओ