कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों और गतिविधियों के लक्ष्य के विरूद्ध उपलब्धि की जानकारी ली।
कलेक्टर ने बैठक में गर्भवती महिलाओं के पंजीयन, प्रथम तैमास पंजीयन व चार एएनसी की जांच की गहन समीक्षा की। उन्होंने शहरी क्षेत्र की उपलब्धि न्यूनतम पाये जाने पर एएनएम की बैठक आयोजित करने के निर्देश दिये। जहां एएनएम का पद रिक्त है, उन क्षेत्रों में टीम वर्क के माध्यम से कार्य करवाया जाये और पोर्टल पर शतप्रतिशत एंट्री करवाई जाये। माह में एक बार स्वास्थ्य व महिला बाल विकास विभाग की संयुक्त रूप से सेक्टर बैठक आयोजित कर रिकार्ड का मिलान किया जाये और पोर्टल पर अपडेट किया जाये। जो महिलायें ग्राम में शादी के पश्चात आई हैं, उनका विवाह पंजीयन तत्काल किया जाये। इसके लिए सघन मॉनीटरिंग कर समस्त दस्तावेज प्राप्त करें।
बैठक में कलेक्टर ने चांवरपाठा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बरमानखुर्द व बोहानी में प्रथम त्रेमास पंजीयन किये जाने पर एएनएम एवं सीएचओ को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। प्रत्येक खंड चिकित्सा अधिकारी स्वयं मॉनीटरिंग करें और 15 दिवस में पंजीयन पोर्टल पर शतप्रतिशत एंट्री पूर्ण की जाए। ग्राम की आशा एवं आंगनबाडी कार्यकर्ता गर्भवती महिला के घर जाकर पूर्व में ही परिवार से बात कर प्रसव की आगामी रूपरेखा तैयार करें और जिस स्थान पर परिवार द्वारा प्रसव कराया जाना है, वहां की एएनएम को सूचित करें एवं बाहर जाने पर समय पर संपूर्ण जॉच भी कराई जाए।
बैठक में कलेक्टर द्वारा हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं के चिन्हांकन एवं प्रबंधन, माडरेट एवं सीवियर एनीमिक की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान जिन क्षेत्रो में पोर्टल पर एंट्री होना शेष रह गई है, जो एएनएम विहिन क्षेत्र है, उनकी एंट्री पोर्टल पर कराने के निर्देश दिए। अनमोल पोर्टल पर गेप होने पर कम्यूनिकेशन के लिए जिला स्तर पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित कर ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाये। एनीमिक महिला को अगर दूसरी संस्था में सेवायें दी जा रही हैं, तो संस्था की जानकारी एकत्रित कर पोर्टल पर शतप्रतिशत एण्ट्री की जाए।
जिले में हुए प्रसवों की ब्लॉकवार समीक्षा के दौरान जिन क्षेत्रों मे घर पर प्रसव हो रहे हैं उन क्षेत्रों में हितग्राही से बात कर प्रसव होने के 07 दिवस पूर्व अस्पताल के बर्थ वेटिंग रूम में भर्ती कराया जाए। 108 एम्बुलेंस में फोन करने पर लेट आने पर 108 को- ऑर्डिनेटर को रिस्पांस टाईम का डाटा प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। अगर 108 पर हितग्राही का काल आने पर तत्काल एम्बुलेंस पहुचाई जाए। 108 वाहन परिचालन का लॉगिन एवं पासवर्ड कलेक्टर कार्यालय एवं स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में उपलब्ध कराया जाये, जिससे 108 वाहन परिचालन की सघन मॉनीटरिंग की जाए।
बैठक में टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान 5 वर्ष तक के टीकाकरण वाले बच्चों को पोर्टल पर सीएचओ के माध्यम से शतप्रतिशत एंट्री तत्काल की जाए। सीएचओ को ग्राम स्तर पर फील्ड पर भेजा जाए और उनकी पर फॉर्मेट अनुसार डाटा तैयार कर समीक्षा बैठक आयोजित की जाए। 15 दिवस में 98 प्रतिशत टीकाकरण पूर्ण किया जा सके, इसके लिए कार्ययोजना तैयार की जाये। जिन एएनएम द्वारा टीकाकरण सत्र स्थल पर टीकाकरण के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है, उन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित की जाये।
बैठक में ग्लोबल पोलियों दिवस का आयोजन प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थाओं में करने के निर्देश दिये। नवजात शिशुओं को दो बूंद पोलियों खुराक पिलाई जाये। यूविन आधारित सर्टिफिकेट वितरण किए जाए। यूविन पोर्टल पर अपडेशन कर पंजीयन चेक करें, बर्थ डोज का महत्व स्टाफ नर्स एवं बच्चों के अभिभावकों को अवश्य बतायें।
तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत की समीक्षा के दौरान स्कूल के बच्चों के बैंग में सिगरेट एवं तम्बाकू तो नहीं हो, चेक किया जाए। कोटपा 2003 एक्ट के नियमानुसार तहत तम्बाकू के सेवन करने वाले व्यक्तियों पर चालानी कार्यवाही की जाए। अनुविभागीय राजस्व अधिकारी की अध्यक्षता में समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारियों द्वारा तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत प्रतिमाह बैठक आयोजित की जाये। क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी वेक्सीनेशन की उपलब्धि कम पाए जाने पर त्यौहार पश्चात के दिवसों मे महाअभियान आयोजित करने के लिए कार्ययोजना तैयार की जाये और शतप्रतिशत टीबी वेक्सीनेशन कराया जाए।
बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती अंजली शाह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आशीष प्रकाश सिंह, सिविल सर्जन, समस्त बीएमओ, महिला बाल विकास अधिकारी, जिला आयुष अधिकारी एवं स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग और जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।