
सुरेन्द्र दुबे डिस्टिक हेड 9630286236
धार, 12 जून 2025/ कलेक्टर श्री प्रियंक मिश्रा गुरूवार को नगर पालिका परिषद पीथमपुर में इंदौर-दाहोद रेल लाइन प्रोजेक्ट अंतर्गत तहसील पीथमपुर स्तिथ ग्राम अकोलिया एवं पीथमपुर में हुए रेलवे विभाग के भूमि अधिग्रहण से संबंधित किसानो से चर्चा कर किसानों की बातों को सुना। बताया गया कि पीथमपुर और अकोलिया ग्राम में रेलवे द्वारा स्टेशन निर्माण हेतु करीब 46 किसानों की भूमि अधिग्रहण रेलवे द्वारा की है। इस संबंध में कलेक्टर श्री मिश्रा ने सभी किसानों से चर्चा कर उनकी बातों को सुना । किसानों द्वारा कहा गया कि हमें हमारी जमीन का उचित दाम अथवा रोजगार उपलब्ध हो, सभी के द्वारा अपनी बात कलेक्टर के सामने प्रस्तुत की गई। कलेक्टर द्वारा कहा गया कि आपकी बात शासन तक पहुंचाई जाएगी । इसी के साथ ही इस प्रोजेक्ट में किसानों से सहयोग की अपेक्षा जताई।
यह लाइन इंदौर, धार और झाबुआ जिलों से होकर गुजरती है और यह गुजरात के दाहोद जिले से जुड़ती है। इस लाइन के पूरा होने से धार और उसके आसपास के जिलों को काफी फायदा होगा। यह परियोजना मध्य प्रदेश और गुजरात के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी और इस क्षेत्र के विकास को भी बढ़ावा देगी।
‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ 15 जून 2025 से 30 जून तक
उद्देश्य- अंतिम हितग्राहियों तक उनके व्यक्तिगत अधिकारों को परिपूर्ण करना और जागरूकता पैदा करना
धार, 12 जून 2025/ भारत सरकार आदिवासी समुदायों को सशक्त बनाने के लिए दो महत्वपूर्ण और समयबद्ध मिशन चला रही है। प्रधानमंत्री जनजातीय न्याय -महा अभियान (पीएम जनमन) और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान। इन पहलों का उद्देश्य देशभर के आदिवासी क्षेत्रों में सेवाओं और अन्य बुनियादी ढांचे को परिपूर्णता प्रदान करना है।
इस संबंध में जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा 15 जून से 30 जून 2025 तक ‘धरती आबा अभियान – जागरूकता और लाभ संतृप्ति शिविर’ नामक अभियान शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य अंतिम हितग्राहियों तक उनके व्यक्तिगत अधिकारों को परिपूर्ण करना और DAJGUA के बारे मे जागरूकता पैदा करना है।
इस संबंध में इन्दौर संभागायुक्त श्री दीपक सिंह ने बताया कि पारंपरिक आईसी
अभियानों के विपरीत यह अभियान ग्राम स्तर, क्लस्टर स्तर में शिविरों के माध्यम से अधिकारों की जमीनी स्तर पर पहुंच सुनिश्चित करेगा, जिसमें विभिन्न कार्य संपादित किये जाएँगे। आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुषमान भारत कार्ड, जाति प्रमाणपत्र, मूल निवासी प्रमाणपत्र, किसान क्रेडिट कार्ड, पी.एम. किसान, जनधन खाता, बीमा कवरेज, सामाजिक सुरक्षा (वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन), रोजगार और आजीविका योजनाएं (एम.जी.एन.आर.ई.जी.एस., पी.एम. विश्वकर्मा, मुद्रा ऋण), महिला एंव बाल कल्याण (पी.एम.एम.वी. वाई, आई.सी.डी.एस. लाभ, टीकाकरण) आदि।
यह अभियान स्थानीय प्रशासन और विभागीय अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी से संचालित होगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उक्त समस्त योजनाओं का लाभ समस्त पात्र आदिवासी हितग्राहियो को मिल पाए। विकास विभाग के अधिकारियों के सहयोग से जमीनी स्तर पर अभियान की पूर्ण सफलता सुनिश्चित करें।
अभियान अवधि के दौरान जिलों द्वारा विभिन्न गतिविधियां की जाना सुनिश्चित करें
आदिवासी गांवों में निवासरत वंचित जनजातीय हितग्राहियों की पहचान कर उन्हें चिन्हांकित कर लाभ दिलाने का प्रयास करना, 15 से 30 जून तक ग्राम स्तर, क्लस्टर स्तर पर जनजातीय परिवारों को लाभ प्राप्त हो, इस हेतु शिविर आयोजित करना, स्वास्थ्य, खाद्य, पंचायती राज, ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय, कृषि और राजस्व महिला एवं बाल विकास आदि विभागों के साथ तालमेल सुनिश्चित करना, आधार, ई-केवाईसी और दस्तावेजीकरण संबंधी सेवाओं के लिए सी.एस.सी. को शामिल करने, परंपरागत विधियों द्वारा जनजातीय समुदायों में प्रशासन की पहुंच स्थापित करने हेतु सार्वजनिक स्थलों पर दीवारों पर पेंटिंग द्वारा अभियान के बारे में जनजागृति लाने लोक एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ (नुक्कड़ नाटक, जनजातीय नृत्य-नाटक) शामिल है। लाऊडस्पीकर के द्वारा गांवों में उद्घोषणा हेतु जनजातीय भाषा-बोली में ऑडियो मैसेज और जिंगल के माध्यम से प्रचार-प्रसार करना, अभियान की गतिविधियों की मॉनिटरिंग हेतु एक सेल गठित किया जाये।
16 जून से 15 अगस्त तक की अवधि को बंद ऋतु (क्लोज सीजन) घोषित
धार, 12 जून 2025/ कलेक्टर श्री प्रिंयक मिश्रा ने वर्षा ऋतु में मछलियों की वंश वृद्धि (प्रजनन) की दृष्टि से उन्हें संरक्षण देने हेतु मध्य प्रदेश के सभी जल संसाधनों में म.प्र. नदीय मत्स्योद्योग नियम 1972 की धारा 3 (2) के अंतर्गत 16 जून से 15 अगस्त तक की अवधि को बंद ऋतु (क्लोज सीजन) घोषित किया है। म.प्र. मत्स्य महासंघ के अधीन इंदिरासागर, ओंकारेश्वर, मान एवं माही जलाशयों में भी उक्त अवधि (16 जून से 15 अगस्त तक) में सभी प्रकार का मत्स्याखेट, मत्स्य क्रय-विक्रय, मत्स्य विनिमय अथवा मत्स्य परिवहन करना निषेध रहेगा।
इन नियमों का उल्लंघन करने पर मत्स्य प्रदेश राज्य मत्स्य क्षेत्र (संशोधित) अधिनियम 1981 की धारा 5 के तहत उल्लंघनकर्ता को एक वर्ष का कारावास या पांच हजार रूपये जुर्माना या दोनों से दंडित किये जाने का प्रावधान है। इस अवधि में इंदिरासागर, ओंकारेश्वर, मान एवं माही जलाशयों में किसी प्रकार का मत्स्याखेट, मत्स्य परिवहन न तो स्वयं करे और न ही अन्य को इस कार्य में सहयोग दें।
अंतरराष्ट्रीय-योग-दिवस को 9 दिन शेष
योग का मतलब है जुड़ना.. योग के महत्व के बारे में बताया
धार, 12 जून 2025/ कलेक्टर श्री प्रियंक मिश्रा एवं जिला आयुष आयुष अधिकारी डॉ रमेश चंद्र मुवेल के मार्गदर्शन में 11वॉ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम 21 जून को धार जिले में पर्यटन स्थल मांडू के जहाज महल के सामने प्रातः 6 बजे से आयोजित होगा। यह कार्यक्रम ‘एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिए’ थीम पर आधारित रहेगा।
इस हेतु प्रतिदिन योगाभ्यास करने आने वाले योग साधक को जिला आयुष अधिकारी डॉ रमेश चंद मुवेल, आयुष चिकित्सक डॉ नरेन्द्र नागर, डॉ साते सिंह सोलंकी, डॉ दिनेश कनोजे, डॉ कैलाश चौहान, योग गुरु और योगा ट्रेनर श्री जगदीश चंद शर्मा, श्रीमती नेहा बाजपाई, श्री राजकुमार यादव द्वारा आमजनों को योग का महत्व के बारे में जानकारी दे रहे है।
आज का आसान-वज्रासन
यह आसान ध्यान के अभ्यास के लिए किए जाने वाले आसनों में से एक है, जब आप ध्यान की मुद्रा में इस आसन का अभ्यास करे तब अंतिम अवस्था में आँखे बंद कर ले। इसके लाभ- यह आसान पाचनशक्ति बढ़ने में सहायक होता है एवं जांघ और पिंडली की मांसपेशिया मजबूत बनाता है। सावधानी- घुटने का दर्द और एढ़ियो की चोट से ग्रसित व्यक्तियों को इस आसन से परहेज करना चाहिए।
योग क्या है
योग एक प्राचीन भारतीय अभ्यास है, जो शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलल और एकता पर केंद्रित है। संस्कृत शब्द योग का अर्थ है जोड़ना या एकजुट करना। यह शारीरिक मुद्राओं (आसन), श्वास नियंत्रण (प्राणायाम), ध्यान, और नैतिक सिद्धांतों काएक समग्र अभ्यास है। योग का उद्देश्य केवल शारीरिक बेहतर बनाना नहींहै, बल्कि मानसिक शांति, आत्म-जागरूकता और आध्यात्मिक उन्नति को भी बढ़ावा देना है।
योग के प्रकार
हठ योग- शारीरिक शुद्धि, शक्ति और लचीलेपन पर केंद्रित, राज योग- ध्यान और आत्म-साक्षात्कार पर केंद्रित, कर्म योग- निस्वार्थ सेवा के माध्यम से आध्यात्मिक Sata, भक्ति योग- भगवानके प्रति समर्पण और प्रेम, ज्ञान योग- आत्म-ज्ञान के माध्यम से मुक्ति, कुंडलिनी योग- आध्यात्मिक ऊर्जा के उत्थान पर केंद्रित। महर्षि पतंजलि ने योग को ‘चित्त की वृत्तियों के निरोध’ (योगः चित्तवृत्तिनिरोधः) के रूप में परिभाषित किया है। उन्होंने ‘योगसूत्र’ नाम से योगसूत्रों का एक संकलन किया। जिसमें उन्होंने पूर्ण कल्याण तथा शारीरिक, मानसिक और आत्मिक शुद्धि के लिए अष्टांग योग (आठ अंगों वाले योग) का एक मार्ग विस्तार से बताया है। अष्टांग योग को आठ अलग-अलग चरणों वाला मार्ग नहीं समझना चाहिए; यह आठ आयामों वाला मार्ग है जिसमें आठों आयामों का अभ्यास एक साथ किया जाता है। योग के ये आठ अंग है जिसमें यम, नियम, आसन,. प्राणायाम, .प्रत्याहार, धारणा, ध्यान एवं समाधि।
शारीरिक लाभ
लचीलापन बढ़ाता हैरू योगासन हमारी मांसपेशियों और जोड़ों की गतिशीलता बढ़ाते हैं। शक्ति बढ़ाता है, सूर्य नमस्कार और वीरासन जैसे आसन शारीरिक बल बढ़ाते हैं। संतुलन सुधारता है, वृक्षासन और गरुड़ासन से शरीरका संतुलन बेहतर होता है। पाचन में सुधार- ट्विस्ट और फॉरवर्ड बेंड्स पाचन तंत्र को उत्तेजित करते हैं। हृदय स्वास्थ्य- योग हृदय गति को नियंत्रित करता है और रक्तचाप को कम करता है। श्वसन में सुधार- प्राणायाम फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है। दर्द में राहत- योग पीठ दर्द, घुटने के दर्द और माइग्रेन में मदद करता है।
मानसिक और भावनात्मक लाभ
तनाव कम करता हैरू योग कॉर्टिसोल (तनाव हॉर्माेन) केस्तरको कम करता है। चिंता और अवसाद से राहतरू नियमित योग अभ्यास से मूड बेहतर होता है। एकाग्रता बढ़ाता है- ध्यान मानसिक फोकस को तेज करताहै। नींद की गुणवत्ता सुधारता है- शवासन और योग निद्रा अनिद्रा में मदद करते हैं। आत्म-स्वीकृति बढ़ाता है- योग हमें अपने शरीर और मन के साथ सहज होने में मदद करता है। भावनात्मक स्थिरतारू योग भावनाओं को नियंत्रित करने में मदद करता है। रचनात्मकता को बढ़ावा देता है- ध्यान दिमाग को साफ करता है, जिससे नए विचार आते हैं। जीवन शैलीमें योग को शामिल करना- सुबह जल्दी उठें- सूर्याेदय के समय योगाभ्यास करें, जब मन शांत हो।
शासकीय आई टी आई धार में विभिन्न ट्रेडों मे प्रवेश हेतु 16 जून तक ऑनलाईन कर सकेंगे
अब छात्राये भी प्रवेश ले सकेंगी
धार, 12 जून 2025/ शासकीय आई टी आई धार में प्रवेश हेतु पंजीयन प्रारंभ कर दिये गये है। इच्छुक उम्मीदवार आनलाइन सेन्टरों पर या स्वयं www.dsd.mp.gov.in के माध्यम से 16 जून तक अपना पंजीयन कर सकते है। आई टी आई धार में अब छात्रायें भी प्रवेश ले सकती है। अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं के लिये रहवासी व भोजन सुविधा उपलब्ध है। अधिक जानकारी के लिए आईटीआई धार के सम्पर्क नम्बर 9424855557-9009767675, 9827785850, 6265192341, 9770495920, 9009489827 पर सम्पर्क कर सकते हैं।