
झारखंड के पूर्व उत्पाद आयुक्त अमित प्रकाश को ACB ने गिरफ्तार कर लिया। पहले सीनियर IAS विनय चौबे और अब अमित प्रकाश। IAS अफसरों की शानो-शौकत अब कोर्ट और कारागार के बीच झूल रही है। शराब घोटाला कांड में अमित प्रकाश की गिरफ्तारी की गई है। इल्जाम है कि उनके कार्यकाल में लगभग 70 करोड़ रुपये का गोलमाल हुआ। ये सारी कड़ियां अब ACB की जांच में आपस में जुड़ चुकी हैं। खबर है कि जांच में ACB ने पाया कि प्लेसमेंट एजेंसियों के जरिये शराब बेची गई, लेकिन जमा कम हुआ। IAS अमित प्रकाश, जिनके पास बैंक गारंटी इनकैश करने का अधिकार था, वो मौनी बाबा बने बैठे रहे। पूरे दिन की पूछताछ के बाद अमित प्रकाश को ACB ने अरेस्ट कर जेल भेज दिया। शराब घोटाले के इस बड़े खेल में अब तक 12 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। इसमें 5 की गिरफ्तारी हो चुकी है।