
*स्मार्ट सिटी में फर्जीवाड़े का 70 फीसदी हिस्सा निगम अधिकारियों की जेब में जाने का आरोप*
स्मार्ट सिटी इंदौर में हुए करोड़ों रुपए के फर्जी बिल घोटाले में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। 107 करोड़ के भ्रष्टाचार में अब तक निगम इंजीनियर सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 188 फाइलों की जांच की इनमें से 178 सिर्फ ड्रेनेज विभाग की निकली है, पूछताछ में ठेकेदारों ने फर्जीवाड़े का 70 फीसदी हिस्सा निगम अधिकारियों की जेब में जाने का आरोप लगाया है। इंदौर नगर निगम से करोड़ों रुपये का भुगतान प्राप्त करने वाले ठेकेदार निगम से बिल की राशि अपने खातों में लेते थे। राशि को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किया जाता था। जिन खातों में इस राशि को ट्रांसफर किया जाता था वहां से यह राशि नकद के रूप में निकाल ली जाती थी। ईमानदारी से अगर जांच हो जाये तो इससे भी बड़े बड़े घोटाले स्मार्ट सिटी सतना में सामने आ जाएंगे।