
युवा पीढ़ी को प्रभु श्री राम के आदर्शों एवं उपदेशों का पालन करना चाहिए – हकीम प्रसाद
आरा। शारदीय नवरात्रि के अवसर पर 13 दिवसीय रामलीला मंचन के दुसरे दिन रामलीला मैदान के मंच पर शुक्रवार को 400 वर्ष पुरानी नगर रामलीला समिति के द्वारा रामलीला का मंचन किया गया।कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डाॅ विजय गुप्ता, विजय सिंह सुरेश सिंह, राम पुकार सिंह एवं संजय महासेठ के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।इस अवसर पर दुसरे दिन राम लीला समिति के कलाकारों ने राम जन्म, रावण तपस्या, मेघनाथ दिग्विजय और पृथ्वी पुकार की प्रस्तुति दी।वहीं सैकड़ो संख्या में दर्शकों ने रामलीला का आनंद उठाया।समिति के सदस्यों एवं अतिथियों के द्वारा प्रभु श्री राम की आरती की गई।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हकीम प्रसाद ने कहा कि प्रभु श्रीराम हमसभी के आदर्श थे।रामलीला का मुख्य उद्देश्य घर-घर पर राम की जीवनी और उनके आदर्शों का ज्ञान फैलाना है ताकि आने वाली युवा पीढ़ी प्रभु श्री राम के आदर्श को अपने जीवन में उतार सके।वहीं उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को प्रभु श्री राम के आदर्शों एवं उपदेशों का पालन करना चाहिए, जिससे उनके जीवन और व्यक्तित्व में शालीनता नजर आए।उन्होंने कहा कि इस बार की रामलीला का एक विशेष योगदान यह भी है कि शहर वासी घर पर बैठकर रामलीला का जीवंत मंचन देख सकते हैं, इसके लिए एक लिंक भी शेयर किया जा रहा है। अध्यक्ष सोनू राय ने कहा की राम निर्भीक थे और उन्होंने अपने जीवन में सत्य के लिए हमेशा से ही डटकर सामना किया है, उन्होंने हर कार्य मर्यादा में रहकर किया है इसलिए उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहा जाता है।उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता ने कहा रामलीला मैदान में बैठे सभी दर्शक अपने-अपने बच्चों को राम की लीला के बारे में बताएं और उन्हें उनके जीवन में सफल होने का मंत्र दें ताकि सनातन का झंडा सदैव ऊंचा रहे।मंच संचालन अधिवक्ता दिलीप गुप्ता ने किया।वहीं अध्यक्ष सोनू राय ने आए हुए अतिथियों एवं दर्शकों का आभार व्यक्त किया।इस मौके पर अध्यक्ष सोनू राय, उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता, सचिव शंभू नाथ प्रसाद, संरक्षक मंडल में श्री श्री 1008 रामकिंकर दास, हकीम प्रसाद, रामेश्वर प्रसाद, मदन प्रसाद, शंभू नाथ केसरी, पंकज प्रभाकर आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।