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प्रयागराज में लुटेरी दुल्हन गैंग का खुलासा; जिस जाति का दूल्हा उसी का बना लेते थे फर्जी आधार कॉर्ड, 7 ठग गिरफ्तार –

Prayagraj News: लुटेरी दुल्हन गैंग ने शादी का झांसा देकर भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बनाया और उनका फायदा उठाकर मोटी रकम लेकर फरार हो गयी.लेकिन इस बार लुटेरी दुल्हन खुद फंस गयी।

प्रयागराज:शादी के नाम पर ठगी कर नकदी और गहने लेकर फरार होने वाले लुटेरी दुल्हन गैंग का पुलिस ने खुलासा किया है. खुल्दाबाद थाना क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इस गैंग की चार महिलाओं समेत सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गैंग के सदस्य फर्जी दस्तावेज तैयार कर युवकों को शादी का झांसा देते थे और फिर शादी के बाद फरार हो जाते थे. गिरफ्तार आरोपियों के पास से 35 हजार रुपये नकद और छह जाली आधार कार्ड बरामद किए गए हैं.

राजस्थान के युवक से ठगी का मामला बना सुराग:यह गिरोह तब पकड़ में आया, जब राजस्थान के अलवर निवासी गोपाल गुर्जर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने बताया कि वह अपने बेटे महावीर गुर्जर के लिए रिश्ता ढूंढ रहे थे. इस दौरान श्रीराम गुर्जर नामक व्यक्ति ने उन्हें एक युवती से शादी का प्रस्ताव दिया और नेहा नाम की महिला से उनकी बात कराई. श्रीराम गुर्जर रिन्जवास बहतूकला थालागढ़, अलवर राजस्थान का रहने वाला है. युवती ने कुछ तस्वीरें भेजीं, जिनमें से एक युवती की तस्वीर पसंद आ गईं. बातचीत करके पांच जून को प्रयागराज के चित्रगुप्त मंदिर में शादी होना तय हुई. शादी से पहले 1.75 लाख रुपये की मांग की गई, जिसमें 1.25 लाख ऑनलाइन और 50 हजार रुपये नकद लिए गए।

शादी के बाद शुरू होता था असली खेल:गोपाल गुर्जर शादी कराने के लिए बटे और दो रिश्तेदारों के साथ पांच जून को प्रयागराज पहुंच गए. यहां सिविल लाइंस स्थित चित्रगुप्त मंदिर में प्रिया पटेल नामक युवकी से शादी के सात फेरे हुए. शादी के बाद जब परिवार लौटने लगा तो खुद को दुल्हन की मां बताने वाली एक महिला भी साथ गई. उसने कहा कि मैं रास्ते में उतर जाऊंगी. रास्ते में ओवरब्रिज के पास तीन बाइकों पर सवार छह लोगों ने कार रोक ली. इनमें एक युवक ने अपना नाम अमन बताया और खुद को दुल्हन का प्रेमी कहकर उसे कार से उतार लिया. बखेड़ा होने पर युवती भी उसी के साथ चली गई. विरोध करने पर कथित मां और दुल्हन, दोनों ने अमन का साथ देना शुरू कर दिया. इसके बाद पीड़ित परिवार को उलझाकर निकल गईं।

ऐसे हुआ गैंग का पर्दाफाश:एडीसीपी नगर, अभिषेक कुमार ने बताया कि घटना के बाद मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लगाया गया. सबसे पहले गैंग की सरगना नेहा उर्फ प्रीति को पकड़ा गया, जिसके बाद एक-एक कर शहाना, निवासी तुलसीपुर, करेली प्रयागराज, निशा कुमारी निवासिनी शहापुर पीपलगांव, ममता भारतीया निवासिनी झूंसी प्रयागराज, प्रीति देवी निवासिनी पीपलगांव, झलवा प्रयागराज, आसिफ खान, निवासी गढ़ीकला, शाहगंज प्रयागराज, मो. जैनुल निवासी शाहगंज प्रयागराज और श्रीराम गुर्जर निवासी अलवर राजस्थान को गिरफ्तार किया गया. खुल्दाबाद थानाक्षेत्र में हुई शादी में शहाना नाम की युवती दुल्हन बनी थी और उसने अपना नाम प्रीति बताया था।

नकली दुल्हल, फर्जी दस्तावेज पर ठग असली:एडीसीपी, नगर अभिषेक कुमार ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जिस जाति का दुल्हा होता था, उसी जाति का फर्जी आधार कार्ड तैयार करा कर दुल्हन का नाम और पहचान बदल दी जाती थी, ताकि कोई शक न हो. सभी आरोपियों की शादी में अलग-अलग भूमिका होती थी. कोई दुल्हन बनती थी, कोई मां या बहन, कोई प्रेमी और कोई रिश्तेदार।

सरगना प्रीति पहले भी पकड़ी जा चुकी:पुलिस के अनुसार गिरोह की सरगना प्रीति इससे पहले भी अगस्त 2023 में इसी तरह के एक मामले में पकड़ी जा चुकी है. एडीसीपी नगर, अभिजीत कुमार के मुताबिक गैंग का मुख्य टारगेट राजस्थान के युवक होते थे, जहां पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की संख्या कम है. ऐसे में राजस्थान में विवाह के लिए युवतियां मुश्किल से मिल पाती हैं. कई मामले ऐसे भी सामने आए हैं कि शादी के बाद दुल्हन ससुराल गई और कुछ दिन बाद विश्वास जीतने के बाद नकदी और गहने समेटकर फरार हो गई. यह भी जांच में सामने आया है कि कई मामलों में दुल्हन को कुछ दिन बाद मां–बाप की तबियत खराब होने के बहाने विदा करा लेते थे और बाद में मुकदमा दर्ज कराने और पूरे परिवार को फंसाने की धमकी देकर परिवार को चुप करा देते थे. पुलिस का कहना है कि गिरोह में तीन-चार और लोग भी शामिल हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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