
*गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे बना मौत का अड्डा*
*निर्माणकारी संस्था की वजह से अब तक दर्जनों परिवारों की उजड़ी जिंदगियां*
अंबेडकर नगर और आजमगढ़ से गुजरता हुआ गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे इस समय आने जाने वाले वाहनों उसमें सवार आदमियों के लिए कॉल बन गया है।
बता दे की सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी परियोजना गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे हैं। यह एक्सप्रेसवे बन जाने की वजह से लोगों के लिए बहुत ही लाभकारी परियोजना सिद्ध होगी। यह लगभग पूरी भी हो चुकी है। सुखद यात्रा के लिए लोग इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से आने जाने का पूरा प्रयास करते हैं। एक्सप्रेस वे बीच में बंद होने के कारण इस पर लगभग दर्जनों मौतें हो चुकी हैं। इस मौत के पीछे कहीं ना कहीं एक्सप्रेसवे निर्माणकारी संस्था की लापरवाही का भी मामला प्रकाश में आया है। यह एक्सप्रेसवे पूरी तरह से बंद तो नहीं है। पूरी तरह से बंद न होने के कारण चार पहिया और दो पहिया वाहन सुखद यात्रा के लिए निकल पड़ते हैं। आगे जाने पर दो पहिया और चार पहिया वाहन की गति इतनी तीव्र होती है कि वह अनियंत्रित हो जाते हैं एक्सप्रेसवे के बीच में रखे हुए बड़े-बड़े पत्थरों से टकराकर काल कवलित हो जा रहे हैं ।
दर्जनों परिवारों की चिराग किसी का भाई किसी का पिता किसी का पुत्र इस दुर्घटना में अब तक दर्जनों परिवार उजड़ गया है। आखिर इन उजड़े परिवारों की जिम्मेदारी कौन लेगा। स्थानीय लोगों ने अपनी कड़ी नाराजगी व्यक्त किया है। शासन से मांग किया है कि बना हुआ एक्सप्रेसवे या तो पूरी तरह से खोल दिया जाए या पूरी तरह से बंद कर दिया जाए जिससे बर्बाद हो रहे परिवारों को बचाया जा सके।