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अंबेडकर नगर
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत चंद्रा निजी आईटीआई में फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी धन के गबन का मामला पकड़ा गया था। इस मामले में राष्ट्रीय कौशल विकास निधि नई दिल्ली के निर्देश पर सरकारी कार्यक्रमों के उपाध्यक्ष ने आईटीआई के संचालक के विरुद्ध थाना इमब्राहिमपुर में जालसाजी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
स्किल इंडिया मिशन के एक रणनीतिक साझेदार के रूप में राष्ट्रीय कौशल विकास निधि (एनएसडीसी) की ओर से व्यवसायिक प्रशिक्षण में वित्तीय बाधाओं को दूर करने के लिए फंडिंग, रियायती ऋण और अभिनव वित्तीय समाधानों के साथ उद्यमों, स्टार्ट-अप्स को बढ़ावा देने का काम किया जाता है। उपाध्यक्ष ऋषिकेश पाटनकर ने पुलिस से की गई शिकायत में बताया है कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के तहत युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) से चंद्रा प्राइवेट आईटीआई मीरानपुर बभनपुरा थाना इल्तिफातगंज टांडा को अधिकृत किया गया था। इसके निदेशक इंद्रेश चंद्र प्रशिक्षण साझेदार के लिए संपर्क के एकल बिंदु (एसपीओसी) के रूप में कार्य करते हैं।
बीते दिनों आईटीआई के निरीक्षण के दौरान केंद्र बंद मिला था। जांच में पता चला कि बंद होने के बाद भी बैच संख्या 2659623 (41) की उपस्थिति धोखाधड़ी से आधार सक्षम बायोमीट्रिक उपस्थिति प्रणाली (एईबीएएस) पोर्टल पर दर्ज की गई थी। फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी धन का गबन किए जाने का मामला सामने आने के बाद 19 नवंबर 2024 को इंद्रेश चंद्र को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था। इस पर कोई सटीक जवाब नहीं दिया जा सका था।
इस मामले में शिकायत के आधार पर पुलिस ने सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग, जालसाजी, विश्वासघात समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। थाना प्रभारी रितेश पांडेय ने बताया कि शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है। कड़ी कार्रवाई की जाएगी।