
टांडा अंबेडकरनगर
लोकसभा चुनाव में मतदान के दिन डुहिया मतदान केंद्र पर बीएलओ की पिटाई के मामले ने तूल पकड़ लिया है। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने एसडीएम के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर दी है।
इस बीच संबंधित बीएलओ ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि ब्लॉक में तैनात कुछ अधिकारियों ने उसे बुलाकर जबरन सादे कागज पर हस्ताक्षर करा लिए हैं।
25 मई को टांडा विधानसभा क्षेत्र के डुहिया मतदान केंद्र पर तैनात बीएलओ मस्तराम ने आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ दल से जुड़े कुछ लोगों ने बूथ पर पहुंचकर उसको मारा पीटा और बाहर खींच ले गए। उसका वीडियोयुक्त बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। पूर्व मंत्री व इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी लालजी वर्मा ने इसे अन्याय व सत्ता की हनक की पराकाष्ठा बताया था।
बीएलओ की शिकायत पर इस बीच अब तक मामला दर्ज नहीं हो सका है। हालांकि प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने मामले की विधिवत जांच बिठा दी है। एडीएम डॉ. सदानंद गुप्त ने पत्र जारी कर एसडीएम टांडा की अध्यक्षता में टीम गठित कर सीओ व तहसीलदार टांडा को भी शामिल किया है। इसमें कहा गया कि पूरे प्रकरण की विधिवत जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाए।
इस बीच बीएलओ मस्तराम का बृहस्पतिवार को एक और वीडियो वायरल हुआ। इसमें बीएलओ ने कहा कि उसे बृहस्पतिवार को दो अधिकारियों ने ब्लॉक में बुलाया और जबरन सादे कागज पर समझौता आदि कराने के लिए हस्ताक्षर करा लिए। रोते हुए वायरल हुए वीडियो में बीएलओ ने कहा कि वह समझौता नहीं करेगा। उसे बूथ पर मारा पीटा गया है। ऐसे में केस दर्ज कर कार्रवाई की जाए।