दो करोड़ खर्च के बाद भी उसहैत में आवारा छुट्टा पशुओं का तांडव जारी स्थानीय कस्बे में नगर पंचायत प्रशासन की पंचायत प्रशासन की तानाशाही एवं जिला प्रशासन की अनदेखी के चलते आवारा गायें और सांड सड़क पर घूमते रहते हैं और शाम को सौ से अधिक पशु बिजली घर परिसर में बैठे दिखाई देते हैं जिनमें तीन हिंसक सांड भी हैं जिनसे वृद्ध और बच्चों को विशेषकर महिलाओं को खतरा बना हुआ है कई लोग घायल भी हो चुके हैं।जिसकी ओर नगर पंचायत प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है जबकि उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के संबंधित अधिकारियों को छुट्टा आवारा पशुओं को पकड़वा कर गौशाला में भेजने के सख्त निर्देश दिए गए हैं और उसहैत में दो करोड़ रुपए खर्च करने के बाद शाहपुर में गौशाला का निर्माण कराया गया है और हर महीने लाखों रुपये पशुओं के संरक्षण पर खर्च किया दिखाया जा रहा है इसके बावजूद नगर मे छुट्टा जानवर हर समय घूमते दिखाई दे रहे हैं कस्बाइयों का आरोप है कि जब इन छुट्टा घूमते जानवरों के बारे में नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी से सम्पर्क किया गया तो उनका जबाब था कि हम क्या करें ऐसे जानवर घूमते ही रहते हैं जाओ मूड न खराब करो लोगों ने बताया कि इस समस्या से नगर पंचायत सदस्यों एवं चेयरमैन से भी कहा गया है लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है जिसको लेकर कस्बाइयों में तीखा रोष व्याप्त है लोगों ने जिलाअधिकारी से हिंसक साडों और छुट्टा गायों को पकड़वाने की माग की है।