संगठित समाज, समाज परिवर्तन का आधार :- कल्चुरी समाज
सर्ववर्गीय कल्चुरी समाज झिरन्या द्वारा राजराजेश्वर भगवान सहस्त्र बाहु अर्जुन का जन्मोत्सव कार्तिक शुक्ल पक्ष सप्तमी को भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें समाज में चली आ रही कुरीतियों पर विचार विमर्श किया गया, साथ ही विभिन्न गतिविधियों खेल कूद एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें समाज के बच्चे युवा बुजुर्ग माता बहनों ने सहस्त्रों की संख्या में प्रतिभाग किया। गतिविधियों के बाद समाज का आसख्या बल भगवान सहस्त्र बाहु अर्जुन जी का चित्र पालकी में सुसज्जित कर चल समारोह नगर में निकले जिसमें अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा चल समारोह का स्वागत वंदन किया गया साथ ही कही स्थानों पर जल ,चाय ,फल , आदि की व्यवस्था रही सायं में आदर्श शिक्षा निकेतन में वापस लौट कर भगवान का पूजन अर्चन आरती गायन के साथ मंचीय कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। जिसमें विशेष अतिथि डॉ ललिता लहर जायसवाल जी कवित्री इंदौर ने भगवान सहस्त्र बाहु अर्जुन जी के पौराणिक साक्ष्यों पर प्रकाश डाला एवं समाज की कुरीतियों पर अपने विचार रखे साथ ही बेटी पढ़ाव पर विशेष ध्यान आकर्षित किया, मुख्य अतिथि श्री रवि जी जायसवाल खरगोन कलाल महासभा जिला अध्यक्ष ने समाज के संगठन पर अपने विचार रखे बंटेंगे तो कटेंगे, मुख्य अतिथि श्री संतोष जी जायसवाल जायसवाल महासभा प्रदेश उपाध्यक्ष खरगोन, मुख्य अतिथि सुरेश जी जायसवाल, कार्यक्रम के संचालन में बीच बीच में अक्षय जी जायसवाल ने समाज में चल रही कुरीतियों जैसे
१ प्री वेडिंग शूट का चलन सही है या गलत
२ मृत्यु के तेरहवें के बाद कड़वा प्रथा (पराई ढेल) सही या गलत
३ दाह संस्कार एवं पगड़ी में पैरावनी सही या गलत
४ विवाह समारोह में ओढ़नी आवश्यक या संसाधनों की बर्बादी
५ सामूहिक विवाह के आयोजनों की ओर बढ़ना आज की आवश्यकता
६ सामूहिक आयोजनों में अन्न की बर्बादी न हो उसके लिए सीमित व्यंजन तय करना
७ मृत्यु भोज का अनावश्यक बढ़चढकर खर्च का बोझ दुःख में लिप्त परिवार पर डालना उचित या अनुचित
इसके पश्चात समाज की प्रतिभावों को को प्रोत्साहित कर समाज में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया, साथ ही प्रतियोगिताओं में पुरस्कार वितरण किए गए। भोजन प्रसादी ग्रहण कर कार्यक्रम का आभार तहसील अध्यक्ष श्री विकास जी जायसवाल ने किया, कार्यक्रम का संचालन श्री प्रवीण जी मालविया ने किया