सीधी। जिले के चर्चित रोजगार सहायक और पदेन सीईओ शिव प्रसाद यादव के फर्जीवाड़े और घोटाले की फेहरिस्त बड़ी लंबी है, इसी कड़ी में ज्ञात हुआ है कि रोजगार सहायक ने अपने रिश्तेदारों को या फिर उनके नाम पर लाभ लेने के लिए रिकॉर्डो और दस्तावेजों में भी हेरा फेरी करने से गुरेज नहीं किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रोजगार सहायक सह प्रभारी सचिव शिव प्रसाद यादव के बड़े भाई राम प्रसाद यादव पिता छोटे लाल यादव निवासी ग्राम के रहा के नाम पर वित्तीय वर्ष 2018-19 में हितैषी कूप का निर्माण वर्क कोड क्रमांक 1715007037/IF/ 22012034467406 के अंतर्गत किया गया है। एक कूप बन जाने के बाद वैसे तो इंसान की तेज जल समस्या का निदान हो जाता है लेकिन रोजगार सहायक के दौलत की भूख का निदान नहीं हुआ और उसने अपने ही बड़े भाई राम प्रसाद यादव की पत्नी प्रेमवती यादव के नाम पर वर्ष 2019-20 में वर्क कोड क्रमांक 1715007037/IF/22012034509562 दूसरे हितैषी खूब का निर्माण कागज में कर डाला।
शासन के नियमों के पकड़ में ना आए इसलिए उसने दस्तावेजों में हेर फेर करते हुए प्रेमवती यादव के पति राम प्रसाद यादव की जगह प्रेमवती के पिता वंशमती यादव का नाम लिख दिया और फिर एक कागजी कूप का निर्माण करा कर पूरी राशि डकार गया। ताज्जुब की बात तो यह है कि बड़े पदों पर बैठे जिम्मेदार लोगों ने ईश्वर कोई ध्यान नहीं दिया अगर दिया होता तो एक रोजगार सहायक भ्रष्टाचार के इस मुकाम पर नहीं होता फिर भी प्रशासन का मौन और जिम्मेदारों की चुप्पी कब तक कम रहती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
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