फ्लोरा के एजेंट की मौत के बाद अशांति आई, यहां महिला आयोग ने कहा-बैंक मैनेजर और माइक्रो फायनेंस के शेयरधारक संयुक्त रूप से दोषी ठहराए गए
0 चिंता इस बात की- बहुत सारी महिलाएं इसी तरह से मानसिक रूप से परेशान होकर अपना जीवन समाप्त कर सकती हैं
कोरबा। कोरबा जिले में कर्ज की राशि के हाथ में आए हथियार ही कर्जदार बने हजारों महिलाओं के लिए कानून दबाव में डूबा की जा रही है का तनाव है। इसी के बीच फ्लोर मैक्स की एक महिला एजेंट की संदिग्ध हालत में मौत हो जाने के बाद पुलिस प्रशासन की गड़बड़ी सामने आई है। बुलाई गई बैठक में माइक्रो फाइनेंस बैंकों के लोगों को यह निर्देश दिया गया है कि वह कर्ज़ के अभाव में किसी भी तरह का दबाव महिलाओं पर न डालें। दूसरी तरफ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने आज कोरबा मुख्यालय में फ्लोर मैक्स मामले के दौरान आयोजित जनसुनवाई का आयोजन किया: रिमोट में लिए गए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने इस पूरे मामले में बैंक मैनेजर और माइक्रो फायनेंस के निवेशकों को संयुक्त रूप से दोषी ठहराया है।
राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष ने जारी आदेश में कहा है कि कोरबा क्षेत्र में गरीबों और किशोरों को बंधक बनाए रखा है और माइक्रो फाइनेंस ने अपनी बात में लगभग 45 हजार से अधिक यूनिट के माध्यम से महिलाओं को बंधक बना लिया है। लगभग सवा सौ करोड़ रुपये का घपला करने वाले बैंक मैनेजर और माइक्रो फायनेंस के निवेशक संयुक्त रूप से डूबे हुए हैं, लेकिन लगभग सवा सौ करोड़ रुपये का घपला करने वालों को बैंक प्रशासन द्वारा पाक द्वारा कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है बल्कि गरीब और वंचित महिलाओं को कर्ज दिया जा रहा है। आरक्षण के लिए प्रताडि़त किया जा रहा है, इस कारण से ग्राम पंचायत सादुकला में एक महिला की मौत हो गई है और बहुत सी महिलाओं की इसी तरह से मानसिक प्रताड़ना से अपना जीवन समाप्त हो सकता है, जिस पर प्रतिबंध के लिए महिला आयोग ने यह प्रकरण प्रस्तुत किया है। : नॉर्म में लिया गया है और रियल फ्लोरा मैक्स कंपनी प्रा। लिमिटेड सिटी सेंटर मॉल कोरबा के खिलाफ तत्काल प्रभाव से जांच करने के लिए एसपी कोरबा, कलेक्टर को अधिकारिक बनाने के लिए आज की ऑर्डर शीट की प्रति उपलब्ध मित्र उपलब्ध है। इस मामले में पूरे 15 दिन में असलियत के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई। इस पूरे प्रकरण की प्रतिदिन की रिपोर्ट से महिला आयोग को भी आपत्ति हो जाये।
आयोग की ओर से सदस्य के रूप में नियुक्त किया जाएगा। अक्रियाशील पदार्थ आरंभ करने की बात कही गई है। इस पर नियुक्त किया गया है कि वह शासन के तहत व्यवस्थापन व्यवस्था से लेकर सहयोग लेगा।
फ्लोरा मैक्स से जुड़ी एक महिला की आज संदिग्ध हालत में मृत्यु हो गई । करतला थाना क्षेत्र के सकदुकला के निवासी भगवती बाई ने 30 वर्ष की उम्र में फ्लोरा कंपनी में करीब 80 महिलाओं को जोड़ा था, जिले के आदिवासियों की शिकायत के बाद महिला परेशान थी और तीन दिन से बीमार होने के बाद अचानक दम टूट गया। मौत के सही कारण का पता तो नहीं चला, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इस पूरे मामले को लेकर महिला काफी तनाव में थी और उस पर पीड़िता का दबाव बना हुआ था।
0 पुलिस ने माइक्रोफाइनेंस कंपनी की बैठक के साथ
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देशन में नगर निगम परिसर में बैंक एवं माइक्रोफाइनेंस की कंपनी की बैठक की। जारी किए गए लॉन्च में पुलिस ने बताया कि फ्लोरा मैक्स कंपनी के निवेशकों द्वारा किए गए पैसों की जांच की गई थी। उद्यम की धन वापसी के उद्देश्य से पुलिस द्वारा पिछले वर्ष की अचल संपत्ति का चिन्हांकन किया जा रहा है।
इस संबंध में किसी प्रकार के भ्रम की स्थिति न रहे, इस उद्देश्य से नगर पुलिस के निदेशक बंधक एक्का और निदेशक के निदेशक एम बी पटेल बैंक और माइक्रो फाइनेंस के निदेशक के साथ चर्चा की गई। 2-3 महीने के लिए ऋण के अभाव में एक उद्यम से अतिरिक्त समय देने के साथ-साथ बलपूर्वक अभाव न करने की सहमति बनी है।