
उरिया नदी से अवैध बालू उत्खनन से किसान हो रहे हैं प्रभावित इस संबंध में बताते हुए रेजो गांव के किसान अलख नारायण चौबे ने बताया कि सरकार से मुझे नदी किनारे एक सिंचाई के लिए लिफ्ट इरीगेशन टावर सिंचाई कूप मिला है जिससे सिंचाई करता हूं लेकिन उरीया नदी से लगातार अवैध बालू के उठाव होने से नदी की गहराई लगभग 8 से 10 फीट नीचे चले जाने के कारण सिंचाई कूप का जलस्तर काफी नीचे चला गया है जिससे खेतों में सिंचाई करने के लिए काफी कठिनाई उत्पन्न होने लगा है जिसके कारण खेतों में लगे गेहूं के फसल मरने के कगार पर है । उन्होंने कहा कि प्रभावित फसल के नुकसान से अन्न संकट का सामना जैसे किसानों को करना पड़ेगा उन्होंने कहा कि अवैध बालू का उठाव उरीया नदी के दुनुखाड घाट हासनदाग श्मशान घाट चिलबिल के पेड़ के पास नदी से तथा वॉटर टावर के सट्टे रेजो घाट से बालू का उठाव किया जाता हैं इसके संबंध में स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि हरेंद्र चौधरी को जानकारी दिए हैं इसके बाद अंचलाधिकारी यशवंत नायक तथा जिला खनन पदाधिकारी को भी मिलकर अवैध बालू उठाव को लेकर जानकारी दिया हूं लेकिन इस संबंध में जन प्रतिनिधि या प्रशासन द्वारा अभी तक कोई ठोस पहल नही किया गया है।अवैध बालू उठाव के संबंध में जिला खनन पदाधिकारी नंददेव बैठा से पूछे जाने पर बताया कि इस मामले को जांच कर उचित कार्रवाई किया जाएगा।