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शेयर बाजार में 2 दिन बाद गिरावट, सेंसेक्स 625 अंक टूटा, निवेशकों के ₹1.13 लाख करोड़ डूबे

शेयर बाजार में पिछले दो दिनों से जारी तेजी पर आज 27 मई को ब्रेक लग गया। सेंसेक्स 625 अंक टूटकर बंद हुआ। वहीं निफ्टी फिसलकर 24,850 के नीचे पहुंच गया.

नई दिल्ली: शेयर बाजार में पिछले दो दिन से जारी तेजी पर मंगलवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स 624.82 अंक लुढ़क गया जबकि एनएसई निफ्टी 175 अंक टूटा।बैंक, आईटी और वाहन शेयरों में मुनाफावसूली से बाजार नीचे आया।तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 624.82 अंक यानी 0.76 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,551.63 अंक पर बंद हुआ।
दिन की शुरुआत में बाजार में स्थिरता देखी गई, लेकिन दोपहर के बाद बिकवाली के दबाव के कारण दोनों प्रमुख सूचकांकों में गिरावट आई.

मिडकैप, स्मॉलकैप इंडेक्स हल्की बढ़त पर बंद हुए. डिफेंस सेक्टर के शेयरों में तगड़ी खरीदारी हुई. PSU बैंक, रियल्टी, फार्मा इंडेक्स हल्की बढ़त पर बंद हुए. FMCG, IT, ऑटो शेयरों पर दबाव रहा जबकि तेल-गैस, मेटल इंडेक्स गिरावट पर बंद हुए.

1.13 लाख करोड़ रुपये की गिरावट
आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.13 लाख करोड़ रुपये घटकर 443.66 लाख करोड़ रुपये रह गया. यह सोमवार को 444.79 लाख करोड़ रुपये रहा था. यानि कि निवेशकों की संपत्ति में लगभग 1.13 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई है.

कारोबार के दौरान, सेंसेक्स एक समय 1,054.75 अंक तक लुढ़क गया था। पचास शेयरों पर आधारित एनएसई निफ्टी 174.95 अंक यानी 0.70 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,826.20 अंक पर बंद हुआ।विशेषज्ञों ने कहा कि बुधवार को अप्रैल महीने के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी होंगे। इसके अलावा, शुक्रवार को मार्च तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ें जारी होने हैं। इन महत्वपूर्ण आंकड़ों से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया।

सेंसेक्स की कंपनियों में अल्ट्राटेक सीमेंट में सबसे अधिक 2.21 प्रतिशत और आईटीसी में 2.01 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके अलावा टाटा मोटर्स, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और इटर्नल (पूर्व में जोमैटो) के शेयर भी नुकसान में रहे।दूसरी तरफ इंडसइंड बैंक, सन फार्मा, अदाणी पोर्ट्स, नेस्ले और एशियन पेंट्स के शेयर चढ़ गए।


दिनभर के प्रमुख रुझान
BSE पर आज बढ़त के साथ बंद होने वाले शेयरों की संख्या अधिक रही. एक्सचेंज पर कुल 4,084 शेयरों में आज कारोबार देखने को मिला. इसमें से 1,958 शेयर तेजी के साथ बंद हुए. वहीं 1,975 शेयरों में गिरावट देखी गई. जबकि 151 शेयर बिना किसी उतार-चढ़ाव के सपाट बंद हुए. इसके अलावा 89 शेयरों ने आज कारोबार के दौरान अपना नया 52-वीक हाई छुआ. वहीं 26 शेयरों ने अपने 52-हफ्तों का नया निचला स्तर छुआ.

टॉप गेनर और लूज़र
आज BSE सेंसेक्स के 30 में से सिर्फ़ पांच शेयर बढ़त के साथ बंद हुए. Indusind Bank के शेयरों में 2.60% की सबसे अधिक तेजी दर्ज की गई, और यह टॉप गेनर रहा. इसके बाद Sun Pharma, Adani Ports, Nestle India और Asian Paint के शेयर 0.42% से लेकर 0.06% की बढ़ोतरी के साथ हरे निशान में बंद हुए.

वहीं, सेंसेक्स के पच्चीस शेयर आज गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए. इनमें Ultratech Cement के शेयर में सबसे अधिक (2.21%) की गिरावट आई और यह टॉप लूज़र रहा. इसके बाद ITC, Tata Motors, Axis Bank और NTPC के शेयरों में 2.01% से लेकर 1.59% तक की गिरावट दर्ज की गई.

गिरावट के 9 बड़े कारण….

ऊंचे स्तरों पर मुनाफावसूली
हालिया रैली के बाद निवेशकों ने उच्च स्तरों पर मुनाफा बुक किया, खासतौर पर निफ्टी के 25,000 के करीब पहुंचते ही बिकवाली का ट्रेंड देखने को मिला।

मंथली एक्सपायरी का दबाव
बीएसई में डेरिवेटिव्स की मंथली एक्सपायरी और फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स की समाप्ति ने बाजार में अस्थिरता को बढ़ा दिया।

एशियाई बाजारों से कमजोर संकेत
जापान, चीन, दक्षिण कोरिया और हांगकांग के प्रमुख इंडेक्स गिरावट में रहे, जिससे घरेलू सेंटीमेंट भी प्रभावित हुआ।

महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों से पहले सतर्कता
इस सप्ताह औद्योगिक उत्पादन, मैन्युफैक्चरिंग आउटपुट और Q1 GDP के आंकड़े आने हैं, जिससे निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया।

वोलैटिलिटी इंडेक्स में उछाल
इंडिया VIX में 6% की तेजी दर्ज की गई, जो बाजार की बढ़ती अनिश्चितता को दर्शाता है।

आईटी और फाइनेंशियल सेक्टर पर दबाव
Nifty IT, बैंकिंग और फाइनेंशियल इंडेक्स में 1% तक की गिरावट आई, जिससे बाजार पर दबाव बना।

ग्लोबल ट्रेड को लेकर अनिश्चितता
अमेरिका और EU के बीच टैरिफ वार की आशंका बनी हुई है, जिससे वैश्विक बाजारों में तनाव बरकरार है।

भूराजनीतिक तनाव में इजाफा
जर्मनी द्वारा यूक्रेन को रूस के भीतर हमले की अनुमति देने से यूरोप-रूस तनाव बढ़ा है, जिससे वैश्विक जोखिम भावना प्रभावित हुई।

कोविड मामलों में उछाल
भारत में सक्रिय कोरोना केस बढ़कर 1,009 हो गए हैं, जो निवेशकों की चिंता का एक और कारण बना।

Vishal Leel

Sr Media person & Digital Creator
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