
जौनपुर ।एक अधिवक्ता जब भगवान बन जाए। जी हां हम बात कर रहे हैं सिविल कोर्ट जौनपुर के पूर्व फौजदारी शासकीय अधिवक्ता सुरेंद्र कुमार प्रजापति की, जिन्होंने अपने इस कम उम्र में ही मोटरसाइकिल, मोबाइल सहित अन्य चोरी की घटनाओं में अपने विधिक ज्ञान के बदौलत पुलिस विभाग में अलग-अलग घटनाओं में लगभग दो सौ एफआईआर दर्ज कराई है। प्रजापति महासभा जौनपुर के अध्यक्ष पद पर भी लगभग दो वर्षों से अधिक समय से सुशोभित है। निरंतर असहाय, अशिक्षित लोगों की निशुल्क मदद कर समाज के लोकप्रिय माने जा रहे हैं। दीवानी न्यायालय जौनपुर के अधिवक्ता श्री प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, श्री राजमणि शर्मा, श्री नीरज सिंह के इलाज के लिए भी कई हजार ऑनलाइन आर्थिक मदद जुटाना इनका एक पहचान है। दो साल से अधिक शासकीय अधिवक्ता के कार्यकाल में भी इन्होंने निशुल्क विधिक सहायताएं प्रदान की हैं। जनपद जौनपुर दीवानी की सोशल नेटवर्क भी खुद चलाते हैं। विश्वसनीयता इतनी लोकप्रिय हो गई है कि कभी-कभी तो बार के पदाधिकारी भी इन्हीं से खबर की सत्यता पूछते हैं।विगत वर्ष निशुल्क 65 एफआईआर दर्ज कराए थे। जौनपुर न्यायालय में लगभग उन्नतीस वर्षों से लगातार वकालत कर रहें सुरेंद्र कुमार प्रजापति बार के ऑडिटर भी रह चुके हैं। विशेष साक्षात्कार में एडवोकेट सुरेंद्र कुमार ने बताया कि हर आम जनमानस को विधिक सलाह निशुल्क प्रदान करने का प्रयास है। निर्धन व्यक्ति को लाभ पहुंचाना परम उद्देश्य। जिससे हर असहाय व्यक्ति का आंसू बंद किया जा सके। विगत दिनों नगर पंचायत खेतासराय कस्बे में दो सगे भाइयों की हत्या कर दी गई थी। जिसमें शासन पक्ष एवं राजनीतिक पक्ष ने पीड़ित परिवार का सांत्वना भी देना उचित नहीं समझा था। ऐसे में एडवोकेट सुरेंद्र कुमार ने अभियान चलाकर पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद के साथ-साथ शासन पक्ष की कुम्भकर्णी नींद तोडी थी। इसके बाद पीड़ित के दरवाजे पर दो मंत्रियों ने पहुंचकर आर्थिक मदद भी दी।