
एक कन्या के बाद जुड़वा बेटियां हूई तो कारीगर ने रामायण पाठ कर भंडारा का किया आयोजन
-महिला सशक्तिकरण का हुआ उदाहरण
फरीदपुर (बरेली)। कस्बा के बुखारा रोड निवासी कारीगर राजेंद्र राठौर एवं शारदा राठौर की पहली बेटी माही आपरेशन से हूई। अब उनको 17 नवंबर 2024 को प्राइवेट अस्पताल में जुड़वा बेटियां मुस्कान और काजल हूई जिसमें एक पुत्री मात्र डेढ़ किलो और दूसरी एक किलो आठ सौ ग्राम की थी। परिजनों ने बहुत सेवा करते हुए उसकी जीवन रक्षा की। आज दोनों जुड़वा बेटियां मुस्करा रही हैं। बेटियों की दादी सुशीला देवी, ताऊ ताई रामपाल राठौर पम्मी राठौर, विनोद राठौर सन्नो राठौर, सर्वेश राठौर शीतल राठौर, सहित ननिहाल से आए मामा मामी, दर्जनों परिजनों, मित्रों, मोहल्ला के लोगों के साथ खुशी मनाते हुए रामायण पाठ कर भंडारा का आयोजन कर महिला सशक्तिकरण का हुआ उदाहरण दिया नगर के गणमान्य लोगों ने बधाई दी। जिसमें वरिष्ठ समाजसेवी अमित तोमर एडवोकेट, राज गुप्ता, संजीव गुप्ता, रंजीत चौहान, अमित चौहान एडवोकेट, श्याम जायसवाल, विमल जायसवाल, अरुण तोमर एडवोकेट एवं विमल कांत सहित सैकड़ों गणमान्य नागरिकों ने बधाई दी।