A2Z सभी खबर सभी जिले कीChhattisgarh Elections 2023Technologyअन्य खबरेकृषिछत्तीसगढ़टेक्नोलॉजीधमतारीमनोरंजनरायपुरलाइफस्टाइल

धमतरी = जैविक कृषि मेला आधुनिक खेती की दी गई जानकारी, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा बोले – शासन की योजनाएं तभी सार्थक है, जब धरातल पर दिखे बदलाव

राज्य समाचार
छत्तीसगढ़ समाचार
धमतरी जिला :-
जैविक कृषि मेला : आधुनिक खेती की दी गई जानकारी,जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा बोले- शासन की योजनाएं तभी सार्थक जब धरातल पर दिखे बदलाव

किसानों को सम्मानित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा

धमतरी – नगरी। छत्तीसगढ़ के नगरी के ग्राम पंचायत झूझराकसा में जैविक कृषि मेले का आयोजन किया गया। जहां किसानों को जैविक और मिश्रित खेती के उन्नत तरीकों की जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि शासन की योजनाएं तभी सार्थक होंगी, जब उनका प्रभाव धरातल पर दिखे।

मिश्रित खेती से बढ़ेगा उत्पादन, होगा लाभदायक खेती का विस्तार

अरुण सार्वा ने अपने संबोधन में कहा कि जैविक खेती मृदा की उर्वरता को बनाए रखती है और लंबे समय तक टिकाऊ होती है, लेकिन पूर्णतः जैविक खेती करने से उत्पादन में कमी आ सकती है। उन्होंने किसानों को मिश्रित खेती अपनाने की सलाह दी, जिसमें जैविक पद्धतियों के साथ ऐसे आईपीएम (इंटीग्रेटेड पेस्ट मैनेजमेंट) प्रमाणित रासायनिक उत्पादों का प्रयोग हो, जिससे फसल उत्पादन प्रभावित न हो और पर्यावरण, पशुधन और मानव स्वास्थ्य को कोई नुकसान न पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे किसान हितैषी कार्यक्रमों का लाभ तभी मिलेगा, जब अधिकारी और संबंधित विभाग यह सुनिश्चित करें कि किसानों तक सही जानकारी और संसाधन पहुंचें। केवल कार्यक्रमों का आयोजन ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनका व्यावहारिक परिणाम खेतों में दिखना चाहिए।

किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जागरूकता जरूरी

जिला पंचायत सदस्य अजय फत्तेलाल ध्रुव ने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ किसानों तक सही तरीके से पहुंचे, इसके लिए ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों को गंभीरता से लेना होगा। पूर्व विधायक श्रवण मरकाम ने कहा कि आज के दौर में जैविक उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है। यदि किसान वैज्ञानिक तरीकों से खेती करें, तो वे अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं।

किसानों को जैविक खेती के उन्नत तरीकों की जानकारी

कार्यक्रम में कृषि विभाग के अधिकारियों ने जैविक खेती की उन्नत विधियों जैसे वर्मी कंपोस्ट, जैविक कीटनाशक, फसल चक्र, प्राकृतिक उर्वरकों और आधुनिक जैविक तकनीकों पर किसानों को प्रशिक्षित किया। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने भी बताया कि रासायनिक खादों और कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को रोकने के लिए जैविक खेती को बढ़ावा देना आवश्यक है।

गांव में नई कृषि क्रांति की उम्मीद

इस कार्यक्रम में महेश गोटा (जनपद पंचायत अध्यक्ष नगरी), दीदी प्रभा नेताम (जनपद सदस्य घोंटगांव), वासुदेव गंजीर (युवा मोर्चा महामंत्री, मंडल कुकरेल), लगनू कुंजाम, रुपसिंह नेताम, सरपंच झूझराकसा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों और किसानों की उपस्थिति रही। इस मेले से किसानों को जैविक और मिश्रित खेती के वैज्ञानिक तरीकों की व्यवहारिक जानकारी मिली, जिससे भविष्य में क्षेत्र में संतुलित और टिकाऊ कृषि की संभावनाएं बढ़ गई हैं।


Discover more from Vande Bharat Live Tv News

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Back to top button
error: Content is protected !!