जयपुर
रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में पिछले दिनों मरी बाघिन टी-60 का अंतिम संस्कार करते वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी।
राजस्थान सरकार ने एक आदेश जारी करके आज 44 इंडियन फोरेस्ट ऑफिसर्स (आईएफएस) के तबादले किए है। इसमें पिछले दिनों बाघिन टी-60 की मौत के बाद विवादों में आए मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) पी. काथिरवेल को रणभम्भौर से हटाकर मुख्य वन संरक्षक भरतपुर के पद पर लगाया है, जबकि उनकी जगह एपीओ चल रहे अनूप के.आर को रणम्भौर की जिम्मेदारी सौंपी है। रणथंभौर में तैनात उप वन संरक्षक (डीसीएफ) मोहित गुप्ता को भी सरकार ने हटाकर जोधपुर डीसीएफ लगाया है। इधर राजीव चतुर्वेदी को सीसीएफ जयपुर लगाया है।
दरअसल तीन दिन पहले रणभम्भौर में बाघिन टी-60 की इलाज के अभाव में मौत हो गई थी। उस समय पी. काथिरवेल और मोहित गुप्ता दोनों की गैर जिम्मेदारी सामने आई थी। दोनों अधिकारियों ने न तो बाघिन की सेहत पर ध्यान दिया और न ही उसका समय पर डॉक्टरों से इलाज करवाया। इसके चलते बाघिन मर गई। बताया जा रहा है कि इन दोनों के बीच कुछ समय से विवाद चल रहा था। इसे देखते हुए सरकार ने आज दोनों को यहां से हटाकर दूसरी जगह लगा दिया।
आदेशों में अरिंदम तोमर को प्रधान मुख्य वन्य संरक्षक (पीसीसीएफ) जीव प्रतिपादक के पद से हटाकर कार्य आयोजना एवं वन बंदोबस्त में लगाया। इसी तरह एपीओ चल रहे राजेश कुमार गुप्ता को मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक लगाया है। अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन्य संरक्षक (एपीसीसीएफ) शिखा मेहरा को एफसीए जयपुर में लगाया। वहीं एपीसीसीएफ उदय शंकर को राज्य वन विकास निगम में एमडी की कमान सौंपी है।